लॉकडाउन के बीच खोला गया ये राजमार्ग, जरूरी सामान पहुंचाना हो गया आसान
कोरोना वायरस (coronavirus outbreak in India) महामारी covid 19 पर लगाम लगाने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है. देश भर में जहां इस समय सभी गतिविधियां बंद हैं वहीं एक अच्छी खबर आई है. बीआरओ (BRO) ने सामरिक महत्व के श्रीनगर (Srinagar)-लेह (Leh) राजमार्ग को चार महीने बाद खोला.
कोरोना वायरस (coronavirus outbreak in India) महामारी covid 19 पर लगाम लगाने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है. देश भर में जहां इस समय सभी गतिविधियां बंद हैं वहीं एक अच्छी खबर आई है. बीआरओ (BRO) ने सामरिक महत्व के श्रीनगर (Srinagar)-लेह (Leh) राजमार्ग को चार महीने बाद खोला.
सामरिक महत्व का है ये राजमार्ग
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने शनिवार को लद्दाख को दुनिया के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले सामरिक महत्व के श्रीनगर-लेह राजमार्ग (Srinagar-Leh Highway) को खोल दिया. शुरुआत में ज़ोजिला दर्रे से करीब तेल के 18 टैंकरों और अन्य आवश्यक वस्तुओं को लेह/लद्दाख की ओर जाने की अनुमति दी गई. ज़ोजिला दर्रे में ताजा बर्फबारी के पश्चात् भी राजमार्ग को खोलने का प्रबंध किया गया.
भारी बर्फबारी के चलते बंद हो गया था ये राजमार्ग
ज़ोजिला दर्रे (Zojila pass) पर भारी बर्फबारी के कारण पिछले साल दिसंबर में 425 किलोमीटर राजमार्ग को बंद कर दिया गया था. लद्दाख मंडल आयुक्त के निर्देशानुसार केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में आवश्यक वस्तुओं के संचय की आकस्मिक आवश्यकता थी. इसे ध्यान में रखते हुए परियोजना बीकन और परियोजना विजयक की टीम ने 11,500 फीट की ऊंचाई पर ज़ोजिला के आसपास ताजा बर्फ को राजमार्ग से हटाकर सड़क को यातायात के योग्य बना दिया.
बर्फबारी ने तोड़ा रिकॉर्ड
इस साल की बर्फबारी ने पिछले छह दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिया. बीआरओ के प्रोजेक्ट बीकन द्वारा गगनगीर से जीरो प्वाइंट तक बर्फ को हटाने का काम किया गया और यही काम प्रोजेक्ट विजयक ने दूसरी ओर द्रास की तरफ से किया.
गृह मंत्रालय ने जारी किए आदेश
भारत सरकार के गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने अपना 5वां परिशिष्ट जारी किया है. इसमें सरकार ने समुद्र में मछली पकड़ने जाने वाले मछुआरों (Fishermen), मछली पालन उद्योग (Fisheries industry) से जुड़े लोगों और इस उद्योग से जुड़े कामगारों को लॉकडाउन (Lockdown) से पूरी तरह से छूट देने का ऐलान किया है. सरकार का ये कदम मछली पालन उद्योग को राहत पहुंचाने के लिए बहुत बड़ा कदम माना जा रहा है. इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम करने वाले कामगारों को भी सरकार के इस फैसले से राहत मिलेगी.
इन उद्योगों को भी मिली राहत
सरकार ने अपने 5वें परिशिष्ट के जरिए ही कटाई, प्रसंस्करण (Processing), पैकेजिंग, कोल्ड चेन (Packaging, cold chain), बिक्री और विपणन सहित हैचरी, फीड प्लांट्स, कॉमर्शियल एक्वैरिया, मछली/ झींगा और मछली उत्पादों, मत्स्य बीज/ चारा आदि से जुड़े कामों और इनसे जुड़ी गतिविधियों से जुड़े कामगारों को लॉकडाउन से पूरी तरह से राहत दे दी है.