Bone Health Tips: सर्दियों में इस आटे की रोटी खाने से मजबूत होती हैं हड्डियां, सेहत को होंगे कई बेमिसाल फायदे
Bone Health Tips: मक्के की रोटी खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रहता है. अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो इसका इस्तेमाल खाने में कर सकते हैं.
Bone Health Tips: हमें स्वस्थ रहने के लिए एक प्रॉपर बैलेंस डायट की जरूरत होती है. इसलिए घर के बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि घर का बना दाल, चावल ,रोटी और सब्जी खानी चाहिए. ताकि आपका शरीर स्वस्थ रहे और कोई बीमारी न हो. रोटियां पौष्टिक भोजन में न्यूट्रिएंट्स की मात्रा को बढ़ाती हैं. अगर आप गेहूं की रोटी खाकर ऊब चुके हैं तो इसके अलावा रागी, मक्के, मल्टी ग्रेन, चोकर , चना और बाजरे की रोटियां भी ट्राई कर सकते हैं जो कि सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं. इस सीजन में आप कुछ बदलाव कर आप गेहूं की रोटी की बजाय बाजरे, रागी, ज्वर और मक्के की रोटियां खाना शुरू करें.
रागी की रोटी है फायदेमंद गेहूं के अलावा आप रागी की रोटी भी खा सकते हैं. रागी की रोटी में प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन जैसे कई न्यूट्रिएंट्स की भरपूर मात्रा होती है. इसे खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं और यह जोड़ों के दर्द के दौरान सूजन को कम करता है. रागी की रोटी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो अर्थराइटिस जैसी समस्या कम करने में लाभदायक साबित होते हैं. मक्के की रोटी से मिलता है फायदा गेहूं के आटे की तुलना में मक्के में कम कैलोरी होती है. इसमें ढेर सारे कार्ब्स और प्रोटीन होते हैं. मक्के में आयरन, फास्फोरस, जिंक और कई विटामिन भी काफी मात्रा में होते हैं. हाई एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर मक्के का आटा आंखों की रोशनी के लिए अच्छा है और कैंसर और एनीमिया जैसी बीमारियों की रोकथाम में भी मददगार है. इसमें मैंगनीज, पोटेशियम, जिंक, आयरन, फास्फोरस, कॉपर, सेलेनियम, पोटेशियम और विटामिन- ए, बी, ई से भरपूर होता है जो कि जोड़ों के दर्द से राहत देता है. चोकर वाली रोटी गेहूं की रोटी में सारे पोषक तत्व होते हैं. मोटापा कम करने के लिए आप चोकर वाली रोटी खा सकते हैं. चोकर में हाई फाइबर, आयरन, विटामिन बी और कैल्शियम पाया जाता है. तो अगर आप वजन कम करने की सोच रहे हैं तो आज से ही चोकर वाली रोटी खा सकते हैं. बाजरे की रोटी वजन कम करने के लिए आप खाने में बाजरे की रोटी को शामिल कर सकते हैं. इसमें 97 कैलोरी होती है और खाने के काफी देर बाद तक भूख नहीं लगती है. बाजरा की रोटी खाने से वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है. बाजरा की रोटी में भरपूर फाइबर और विटामिन्स होते हैं. इसे खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार आता है. बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है. मल्टी ग्रेन और चना रोटीअगर आपको चोकर वाली रोटी नहीं पसंद आती है तो आप मल्टी ग्रेन और चना की रोटी खा सकते हैं. मल्टी ग्रेन में कई तरह के अनाज के साथ चना को मिलाकर कर आटा बनाया जाता है. मल्टी ग्रेन आटे के लिए आप ज्वार, बाजरा, मक्का और चना को बराबर मात्रा में मिलाकर बना सकते हैं. यह रोटी हेल्दी होने के साथ-साथ वजन घटाने में भी मदद करती है.
सत्तू की रोटी सत्तू प्रोटीन से भरा होता है जो आपके पेट को ज्यादा समय तक भरा हुआ रखने में मदद करता है. चने से तैयार किए गए सत्तू में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, मैग्निशियम और सोडियम जैसे अहम पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं. सत्तू खाने से शरीर को ठंडक मिलती है जिसके कारण डाइजेशन सही रहता है. मडुवा की रोटी मडुवे की रोटी में फाइबर अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जो वजन घटाने में मददगार है. मडुवे का आटा पेट की समस्याओं जैसे एसिडिटी, कब्ज, अपच आदि से भी छुटकारा दिलाने में कारगर है. मडुवे की रोटी में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे हमारी हड्डियां मजबूत बनी रहती है. इसके नियमित सेवन करने से ओस्टियोपोरोसिस का खतरा कम हो जाता है. डायबिटीज के मरीजों को भूख कम लगती है. मडुवे की रोटी ग्लूटेन फ्री होती है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है. मडुवे की रोटी शरीर में बीपी के लेवल को भी मेंटेन रखती है. इसके अलावा जिन महिलाओं में दूध की कमी होने लगती है उनके लिए मडुवा फायदेमंद है. इसके सेवन से महिलाओं में फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, आदि की पूर्ति आसानी से हो जाती है.