देश में किसानों और बड़ी कॉरपोरेट कंपनियों के कर्ज को माफ करने और उन्हें सरकार से मिलने वाली कई तरह की सुविधाओं पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद ने सवाल उठाया है. बीजेपी सांसद राजीव चंद्रशेखर ने रामायण के पात्र श्रवण कुमार की Whatsapp से मिली एक तस्वीर को पोस्ट करते हुए उसकी तुलना देश के मिडिल क्लास से की है जो देश के अमीर कॉरपोरेट्स और गरीब लोगों का बोझ उठा रहा है. इसके साथ ही राजीव चंद्रशेखऱ ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने अपील की कि 2019 के बजट (#Budget2019) में मीडिल क्लास, खासतौर से लोवर मिडिल क्लास को जीएसटी (GST) और आयकर (Income Tax) के रूप में कुछ राहत मिलेगी.

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श्रवण कुमार से तुलना!

राजीव चंद्रशेखर ने जो तस्वीर पोस्ट की है, उसमें श्रवण कुमार को मिडिल क्लास के टैक्स पेयर्स के रूप में दिखाया गया है. तस्वीर में बताया गया है कि माता-पिता के रुप में मिडिल क्लास ने कॉरपोरेट लोन और फार्म लोन का बोझ अपने सिर पर उठा रखा है. इसमें कहा गया है कि मीडिल क्लास की कीमत पर देश के सबसे गरीब और सबसे अमीर लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है.

कर्ज माफी की राजनीति

बीते दिनों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद राज्य में किसानों के दो लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ करने का ऐलान वहां की नई सरकारों ने किया है. इसके साथ ही अब केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ गया है कि वो पूरे देश में किसानों के लिए कर्ज माफी का ऐलान करे. इसके साथ ही बड़े कॉरपोरेट्स को मिलने वाली कर्ज माफी पर भी सवाल उठने लगे हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि मिडिल क्लास को सरकार कुछ राहत दे सकती है. खासतौर से जीएसटी की दरों में कमी आने की पूरी संभावना है. इसके अलावा अगले साल के बजट में इनकम टैक्स की दरों में राहत की मांग भी आम जनता कर रही है.