Bihar Politics Latest updates: बिहार में अब JDU-RJD सरकार है. नीतीश कुमार ने बुधवार को आठवीं बार राजभवन में बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. 21 महीने बाद यह दूसरा मौका है, जब उन्होंने सीएम पद की शपथ ली. 7 साल में नीतीश 8वीं बार सीएम बने हैं, जो बिहार के राजनीतिक इतिहास में एक रिकॉर्ड है. RJD के तेजस्‍वी यादव डिप्‍टी CM बने हैं. शपथ लेने के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के पैर छुए और सीएम ने उन्हें गले भी लगाया. कई दिनों की सियासी उठापटक के बाद बिहार में BJP और JDU गठबंधन टूट गया, जिसके बाद नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ सरकार बनाने का एलान किया था.

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इससे पहले, नीतीश कुमार ने मंगलवार को शाम में राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया. उन्होंने कहा कि हमने 165 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंप दिया है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव फिर डिप्टी सीएम होंगे. भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार के इस फैसले पर भारी नाराजगी जताई है. महागठबंधन में RJD, JDU, Congress और लेफ्ट दल शामिल हैं. 

नीतीश कुमार ने 9 साल में 2 बार बदला गठबंधन 

नीतीश कुमार 2013 में BJP और 2017 में RJD से गठबंधन तोड़ चुके हैं. दोनों ही बार उन्होंने सरकार बनाई थी और सूबे के मुख्यमंत्री बने थे. एक बार फिर बारी थी NDA से नाता तोड़ने की जिसको बड़े ही खामोश राजनीतिक अंदाज में नीतीश कुमार ने अंजाम तक पहुंचाया. लेकिन इतने सालों की उठापटक और बदलाव के सियासी ड्रामों के बीच एक बात कभी नहीं बदली, वो है बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले नीतीश कुमार का नाम. नए गठबंधन और नई सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारियों के बीच एनडीए गठबंधन तोड़ने के खिलाफ बीजेपी ने धरना प्रदर्शन किया.

 

JDU के पास 43 सीटें

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 43 सीटों पर सिमटी JDU को मुख्यमंत्री पद देने के बाद BJP का जिस प्रकार का रवैया रहा, वह नीतीश कुमार को कभी रास नहीं आया. विभिन्न मुद्दों पर BJP और JDU अलग-अलग राग अलापती रही. ऐसे में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जिस तरह 'चिराग मॉडल' की बात की, उससे यह तय हो गया कि JDU अलग रास्ते पर निकल पड़ी है. 

प्रदेश में सत्‍ताधारी दलों के बीच पिछले महीने भर की हलचल देखें, तो ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार और बीजेपी की सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है. ऐसे कई मौके सामने आए जब नीतीश कुमार ने बीजेपी से दूरी बनाने की कोशिश की है. हाल में पीएम मोदी के साथ मुख्‍यमंत्रियों की बैठक में भी नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए थे.