अगर आप महाराष्ट्र में बिल्डर् के जरिए प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है. दरअसल महाराष्ट्र के RERA (Real Estate Regulatory Authority) ने अपने राज्य के 644 रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट को ब्लैक लिस्ट कर दिया है. इन प्रोजेक्ट के विज्ञापन से लेकर बिक्री तमाम चीजों पर रोक लगा दी है. ये कार्रवाई महारेरा की ओर की गई इस कार्रवाई से घर खरिदारों की गाढ़ी मेहनत की कमाई फंसने से बचने में मदद मिलेगी. 

MMR में हैं सबसे ज्यादा हैं ऐसे प्रोजेक्ट्स

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महारेरा की रिपोर्ट पर ANAROCK रिसर्च के मुताबिक महारेरा की ओर से ब्लैकलिस्ट किए गए 644 प्रोजेक्ट्स में से सबसे ज्यादा 43% यानी 274 प्रोजेक्ट्स अकेले MMR यानी मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन के हैं.  MMR के बाद पुणे में ब्लैकलिस्ट किए गए प्रोजेक्ट्स ज्यादा हैं. पुणे में 29% यानी 189 प्रोजेक्ट्स को ब्लैकलिस्ट किया गया है. बाकी प्रोजेक्ट राज्य के दूसरे मझोले और छोटे शहरों से हैं. इनमें नागपुर, नाशिक, सातारा,सांगली, रत्नागिरी, औरंगाबाद और कोल्हापुर जैसे शहर शामिल हैं. 

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कई सालों से नहीं मिले हैं पजेशन

महारेरा की इस कार्रवाई को ऐसे बिल्डरों के खिलाफ उठाया गया सख्त कदम माना जा रहा है जो अपने प्रोजेक्ट्स को पूरा करने में देर करते हैं.  कई घर खरिदारों को तीन से चार साल से पजेशन पाने के लिए इंतेजार करना पड़ रहा है. ब्लैकलिस्ट किए गए 644 प्रोजेक्ट्स में से 16 ऐसे प्रोजेक्ट्स हैं जिन्हें साल 2017 में ही पूरा हो जाना चाहिए था. इसी तरह साल 2018 में 84% प्रोजेक्ट पूरे हो जाने चाहिए थे. लेकिन बिल्डरों की लेटलतीफी के चलते घर खरिदारों को अब तक पजेशन नहीं मिल पाए हैं. 

MMR की ही बात की जाए तो यहां 496 ऐसे प्रोजेक्ट्स हैं जो लॉन्च को साल 2014 में हुए थे लेकिन अब तक पूरे नहीं हो पए हैं. पुणे में भी ऐसे 171 प्रोजेक्ट बताए जा रहे हैं.