Ayushman Bharat: आयुष्मान भारत योजना के तहत बनी 50 करोड़ Abha ID, स्वास्थ्य मंत्री ने बताया मील का पत्थर
Ayushman Bharat Yojna: आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत 50 करोड़ आयुष्मान भारत आईडी बना दी गई है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है.
Ayushman Bharat Yojna: भारत की डिजिटल हेल्थ की यात्रा में एक नया मील का पत्थर जुड़ गया है. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत 50 करोड़ आयुष्मान भारत आईडी बना दी गई है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है. गौरतलब है कि इस साल 15 नवंबर को शुरू की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा के लिए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत आयुष्मान ऐप का उपयोग कर आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं और लाभार्थियों को कार्ड वितरित किए जा रहे हैं.
डॉ. मनसुख मांडविया ने सोशल मीडिया पर लिखा पोस्ट, बताया मील का पत्थर वाला पल
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने X पर पोस्ट लिखा, 'भारत की डिजिटल हेल्थ की यात्रा में एक मील का पत्थर वाला पल. 50 करोड़ आभा (आयुष्मान भारत) आईडी आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत बनाए गए हैं. पीएम नरेंद्र मोदी जी की सरकार मजबूत, लचीले स्वास्थ्य इकोसिस्टम के लिए एक डिजिटल हाइवे बना रही है.' गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार उन शहरी परिवारों के लिए पैसा बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिन्हें आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा और सभी के लिए आवास जैसी पहलों से लाभ हुआ है.
विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत बांटे गए 19 लाख कार्ड
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया था कि मौजूदा ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के तहत 3,156 ग्राम पंचायतों एवं शहरी स्थानीय निकायों में 65,348 स्वास्थ्य शिविरों में अब तक 1,03,55,555 लोगों की उपस्थिति दर्ज की गई. मंत्रालय ने बताया कि लाभार्थियों को अब तक 19,03,200 से अधिक आयुष्मान भारत कार्ड वितरित किए जा चुके हैं. अब तक कुल मिलाकर 84,27,500 कार्ड बनाए जा चुके हैं.
77,298 करोड़ रुपए के खर्चे को दी थी स्वीकृति
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा को बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गत 30 नवंबर तक लगभग छह करोड़ लोग अस्पताल में भर्ती हुए और इसके लिए 77,298 करोड़ रुपये के खर्च की स्वीकृति दी गई है. दो दिसंबर तक देशभर में 11,733 निजी स्वास्थ्य केंद्रों सहित कुल 26,774 अस्पतालों को योजना के लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है.