स्वास्थ्य बीमा से महरूम एक बड़ी आबादी को इसके दायरे में शामिल करने वाली मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना को लेकर एक खभर आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार की इस आयुष्मान भारत योजना में कई राज्य इंश्योरेंस मॉडल या हाइब्रिड में शिफ्ट होंगे. बताया जा रहा है कि एक साल के अपने अनुभव के बाद कई राज्य इंश्योरेंस मॉडल को अपना सकते हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपको बता दें कि फिलहाल यह योजना देश के 17 राज्यों में ट्रस्ट मॉडल के आधार पर चल रही है. ट्रस्ट मॉडल पर चलने वाले राज्यों में- आंध प्रदेश, उत्रर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, असम जैसे राज्य हैं, जबकि हाइब्रिड मॉडल पर चलने वाले राज्यों में छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र जैसे राज्य शामिल हैं.

कुल मिलाकर 7 राज्य हाइब्रिड और 9 राज्य प्योर इंश्योरेंस मॉडल में स्कीम में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि दरअसल, कई राज्य के साथ ट्रस्ट मॉडल से जुड़ी कुछ दिक्कतें हैं जिसकी वजह से वह इस आयुष्मान भारत योजना को इंश्योरेंस मॉडल में शिफ्ट करेंगे. इसका एक और तर्क बी दिया जा रहा है कि कई राज्यों के पास बड़े क्लेम और फ्रॉड से निपटने का अनुभव नहीं है.

(डीएनए)

राज्यों का यह फैसला जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के लिए अच्छी खबर लेकर आ सकती है. उनका कारोबार बढ़ेगा. बड़े वॉल्यूम पर इंश्योरेंस कंपनियों का काफी फायदा होने वाला है. आपको बता दें सरकार आयुष्मान भारत योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख का इंश्योरेंस कवर प्रदान कर रही है. पांच सदस्य प्रति परिवार की दर से देश की आबादी में 50 करोड़ लोग इस योजना के दायरे में हैं.