Ayurveda Day 2023: धन्वंतरि जयंती पर दुनियाभर के 100 देश सेलिब्रेट करेंगे आयुर्वेद दिवस, ये रहेगी इस साल की थीम...
इस साल आयुर्वेद दिवस सभी के लिए बहुत खास होगा क्योंकि इस दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा. दुनिया भर के लगभग 100 देश इस दिन को सेलिब्रेट करेंगे.
आयुर्वेद दिवस (Ayurveda Day 2023) हर साल धन्वंतरि जयंती के दिन मनाया जाता है. वैसे तो इस दिन का सेलिब्रेशन साल 2016 से किया जा रहा है, लेकिन इस साल आयुर्वेद दिवस सभी के लिए बहुत खास होगा क्योंकि इस दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा. दुनिया भर के लगभग 100 देश इस दिन को सेलिब्रेट करेंगे. बता दें आयुर्वेद दिवस इस साल 11 नवंबर को मनाया जाएगा.
दुनियाभर ने मानी आयुर्वेद की ताकत
भारत के बाद अब पूरी दुनिया आयुर्वेद की ताकत को समझ चुकी है. ऐसे में आयुर्वेद पर हो रहे अनुसंधान मौजूदा दौर में इसकी बढ़ती उपयोगिता पर मुहर लगा रहे हैं. आयुर्वेद जीवन का विज्ञान है जो प्रकृति के साथ और प्रकृति के करीब रह कर जीवन जीना सिखाता है. आयुर्वेद दुनिया की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है और इसका प्रादुर्भाव भारत में ही हुआ था. चरक संहिता, सुश्रुत संहिता और अष्टांग हृदयम नामक तीन प्राचीन किताबों को आयुर्वेद का प्रमुख ग्रंथ माना जाता है.
एलोपैथी के मुकाबले सस्ती है ये चिकित्सा पद्धति
आयुर्वेदिक चिकित्सा औषधीय पौधों, जड़ी-बूटियों और अन्य प्राकृतिक तत्वों पर आधारित है, इसलिए इसका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है. ये बीमारी की जड़ पर वार करती है, साथ ही एलोपैथी के मुकाबले ये चिकित्सा पद्धति सस्ती है. योग भी इसी का एक हिस्सा है. आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का महत्व बताने और इसके प्रति लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से हर साल आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है. इस साल इस दिन को 100 देश मिलकर एक वैश्विक उत्सव की तरह मनाएंगे.
ये होगी आयुर्वेद दिवस की थीम
इस साल आयुर्वेद दिवस को 'वन हेल्थ के लिए आयुर्वेद' की थीम के साथ मनाया जाएगा. ये एक वैश्विक कार्यक्रम होगा और इसे सफल बनाने के लिए आयुष मंत्रालय को देश के सभी मंत्रालयों का सहयोग मिलेगा. आयुष मंत्रालय ने 'आयुर्वेद दिवस' के सफल आयोजन के लिए तमाम मंत्रालयों के साथ बैठक की है. आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि आयुर्वेद दिवस को पीएम मोदी के विजन के अनुरूप देश के सभी मंत्रालयों के परस्पर सहयोग और सहायता से एक राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया जाना चाहिए.
आयुष सचिव ने कहा कि हमें 'प्रतिदिन सभी के लिए आयुर्वेद' के संदेश के साथ आयुर्वेद दिवस के तीन मुख्य बिंदुओं 'छात्रों के लिए आयुर्वेद, किसानों के लिए आयुर्वेद, सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद' पर ध्यान केंद्रित करना होगा. आयुर्वेद दिवस का उद्देश्य आयुर्वेद का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार और प्रसार करना और मानव जाति, पशुओं, पौधों और पर्यावरण के कल्याण के लिए इसे वैश्विक परिदृश्य में स्थापित करना है.
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