Automated Toll Collection: टोल प्लाजा पर ट्रैफिक होगा खत्म, गाड़ी के नंबर प्लेट से कटेगा चार्ज
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इंडो-अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स (IACC) के एक इवेंट में कहा कि फिलहाल यह पायलट प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट का मकसद टोल प्लाजा पर ट्रैफिक कम करना है.
अगर आपको टोल प्लाजा पर ज्यादा ट्रैफिक मिलता है, तो यह ज्यादा दिन तक नहीं रहने वाला. क्योंकि सरकार एक ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रही है जिससे गाड़ी के नंबर प्लेट से ही टोल चार्ज कर लिया जाएगा. इससे टोल प्लाजा पर गाड़ियों की भारी जाम से छुटकारा मिलेगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इंडो-अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स (IACC) के एक इवेंट में कहा कि फिलहाल यह पायलट प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट का मकसद टोल प्लाजा पर ट्रैफिक कम करना है. उन्होंने कहा कि सड़क एवं परिवहन मंत्रालय एक पायलट प्रोजेक्ट आयोजित कर रही है, जिसमें ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकोग्नाइजेशन सिस्टम से टोल कलेक्शन होगा. इससे गाड़ियों को बिना रोके टोल कलेक्शन में मदद मिलेगी.
टोल प्लाजा पर एवरेज वेटिंग टाइम केवल 47 सेकेंड
उन्होंने आगे कहा कि इस प्रोजेक्ट जरिए दो कम होंगे. पहला कि ट्रैफिक जाम कम करना होगा और दूसरा कि वाहनों का जितना इस्तेमाल होगा उतना भुगतान करना होगा. 2018-19 के दौरान टोल प्लाजा पर गाड़ियों की एवरेज वेटिंग टाइमिंग 8 मिनट रही थी. लेकिन 2020-21 और 2021-22 के दौरान फास्टैग के चलते औसत वेटिंग टाइम घटकर केवल 47 सेकेंड हो गई है. हालांकि, शहरों के पास वाले टोल प्लाजा, चुनिंदा लोकेशन और अन्य टोल प्लाजा पर पीक टाइम में औसत वेटिंग टाइम अभी भी ज्यादा है जिसे कम करने पर काम जारी है. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) को नए नेशनल हाइवे और 4 से ज्यादा लेन वाले नेशनल हाइवे पर लगा दिया गया है. साथ ही 2024 तक नेशनल हाइवे पर 15 हजार किलोमीटर तर इंटेलिजेंस ट्रैफिक सिस्टम (ITS) लगाने का लक्ष्य है.
'टोल प्लाजा का कॉन्सेप्ट ही होगा खत्म'
पिछले महीने नितिन गडकरी ने कहा था कि टोल कलेक्शन के लिए दो विकल्प देख रही है. पहला कि कार में GPS लगा होगा और सेटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम लागू करें, जिससे टोल चार्ज सीधे पैसेंजर के बैंक अकाउंट से वसूला जाएगा और दूसरा होगा कि टोल कलेक्शन नंबर प्लेट के जरिए चार्ज किया जाए. उन्होंने कहा था कि GPS बेस्ड सिस्टम को लॉन्च करने की प्रक्रिया जारी है. नंबर प्लेट को लेकर भी भारत कई टेक्नोलॉजी उपलब्ध हैं. टेक्नोलॉजी चुनने पर अभी कोई निर्णय लिया गया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर नंबर प्लेट बेस्ड टेक्नोलॉजी आता है तो टोल प्लाजा का कॉन्सेप्ट लगभग खत्म ही समझें. इससे गाड़ी चलाने वालों को काफी राहत मिलेगी.