उद्योग जगत ने दी अरुण जेटली को श्रद्धांजलि, उनके निधन को बताया बहुत बड़ी क्षति
पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर भारतीय उद्योग जगत ने गहरा दु:ख जताया.
पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर भारतीय उद्योग जगत ने गहरा दु:ख जताया. देश के प्रमुख उद्यमियों ने जेटली को अपनी श्रद्धांजलि में उन्हें एक महान राजनेता और सच्चा सुधारवादी बताया. अरुण जेटली का शनिवार को एम्स में निधन हुआ. अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘एक प्रतिभाशाली वक्ता, सक्रिय सांसद, सार्वजनिक नीतियों महारथी और हर वर्गों के लोगों से संपर्क स्थापित करने की अनूठी क्षमता वाले अरुण जेटली की दूरदर्शिता और प्रगतिशील सोच नए भारत को बनाने में सहायक रही है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.’’
भारती एयरटेल के अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा कि भारत का एक प्रखर नेता और कानून का बेहतरीन जानकार दुनिया से चला गया. उन्होंने कहा कि जेटली किसी बात को अपने खास अंदाज से देखते थे. इसी करण कई बार दूसरे पक्ष के लोग भी सलाह के लिए उनके पास आते थे.
महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने भी शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मैं एक ऐसे व्यक्ति की आत्मा को नमन करता हूं और उनके लिए प्रार्थना करता हूं, जिन्होंने जिंदगी अपने विश्वास के साथ जी और जिन्होंने अपना जीवन देश के लिए समर्पित किया.’’ एचडीएफसी लिमिटेड के अध्यक्ष दीपक पारेख ने कहा कि देश ने एक बड़ी शख्सियत को खो दिया है. हाल के समय में भारत के सबसे महत्वपूर्ण सुधारों में से एक (जीएसटी की शुरुआत) के लिए देश हमेशा उनको याद करेगा.
वेदांत के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि इस नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती, यह क्षति न केवल उनकी पार्टी के लिए है, बल्कि पूरे देश की है. बायोकॉन की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक किरण मजूमदार शॉ ने ट्वीट किया कि इतने युवा और सक्रिय राजनीतिक नेता के जीवन की जल्द समाप्ति से वह बहुत दुखी हैं - उनके पास देश के विकास में योगदान देने के लिए बहुत कुछ था. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.
उद्योगमंडल एसोचेम के अध्यक्ष बीके गोयनका ने कहा कि अरुण जेटली के निधन से उन्हें गहरा दुःख हुआ. वह एक राष्ट्रीय नेता थे, जिन्होंने समाज के सभी वर्गों का काफी सम्मान मिला. जेटली ने एक व्यवहारिक और प्रगतिशील नेता के रूप में अमिट छाप छोड़ी है. वह मूल रूप से सुधारवादी थे और ‘एसोचेम’ के अच्छे मित्र थे.