राजधानी दिल्ली में AQI का स्तर मॉडरेट दर्ज किया गया. अगर 200 से ऊपर AQI जाता है तो CAQM पहला चरण लागू कर सकता है. राजधानी दिल्ली में ठंड के समय होने वाले प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए 1 अक्टूबर से लगाया गया है ग्रैप. अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI 200 से ज्यादा होने पर grap का पहला चरण प्रभावी होगा. 1 से 3 अक्टूबर तक सामान्य रहा है प्रदूषण दिल्ली-NCR में सर्दियों के दौरान होने वाले प्रदूषण से लोगों को राहत दिलाने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP)1 October से लागू किया जा चुका है. अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI 200 से ज्यादा रहा तो इसका पहला स्टेड एक्टिव  कर दिया जाएगा. आज दिल्ली की सुबह 8 बजे की रियल टाइम AQI 127 pm दर्ज की गई है. दो साल पहले तक ग्रैप को 15 अक्टूबर से लागू किया जाता था. अब इसे 1 अक्टूबर से लागू किया जाता है. इस बार GRAP को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए इसमें कुछ बदलाव भी किए गए हैं. ग्रैप के चारों चरण में होने वाली पाबंदियां स्टेज-1 (AQI 201-300) में लगने वाली पाबंदिया इमरजेंसी के लिए ही डीजल जेनरेटर का इस्तेमाल हो सकता है निर्माण साइटों पर एंटी स्मॉग गन जैसे उपाय होने चाहिए सिविक एजेंसियां मशीनों से सफाई करेंगी पटाखों पर पूरी तरह रोक स्टेज-2 (AQI 301-400) में लगने वाली पाबंदिया प्राइवेट गाड़ियों को कम करने के लिए पार्किंग फीस बढ़ाना CNG/इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो सर्विस में इजाफा सिक्योरिटी गार्ड को इलेक्ट्रिक हीटर दिए जाएंगे स्टेज-3 (AQI 401-450) पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ाने के साथ पीक और ऑफ पीक आवर में अलग किराए लागू करना. जरूरी प्रोजेक्ट छोड़ अन्य निर्माण पर रोक. BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल कारों पर रोक हो सकती है. स्टेज-4 (AQI 450 से ज्यादा) दिल्ली में जरूरी सामानों के अलावा अन्य डीजल ट्रकों की एंट्री पर रोक 50% स्टाफ वर्क फ्रॉम होम रहेंगे (राज्य सरकार पर निर्भर). स्कूल-कॉलेज, गाड़ियों को ऑड-ईवन पर चलाने का फैसला हो सकता है.