Largest Hospital in India: इस शहर में बनकर तैयार हुआ भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट अस्पताल, पीएम नरेंद्र मोदी कर सकते हैं उद्धाटन
Largest Hospital in India: भारत के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पताल के तौर पर फरीदाबाद में बन रहा अमृता अस्पताल लगभग पूरी तरह से तैयार हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अगस्त को इस अस्पताल का उद्धाटन कर सकते हैं.
Largest Hospital in India: भारत के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पताल के तौर पर फरीदाबाद में बन रहा अमृता अस्पताल लगभग पूरी तरह से तैयार हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अगस्त को इस अस्पताल का उद्धाटन कर सकते हैं. उद्घाटन से पहले जी मीडिया की टीम ने अस्पताल का दौरा किया और ये समझने की कोशिश की है कि देश के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पताल में मरीजों के लिए क्या कुछ नया होगा. फरीदाबाद में तैयार हो रहा अमृता अस्पताल में 2400 बेड्स होंगे. इससे पहले, केरल के Kozhikode में स्थित सरकारी अस्पताल है को भारत के सबसे बड़े अस्पताल के तौर पर जाना जाता है. ये अस्पताल कालीकट मेडिकल कॉलेज के नाम से भी मशहूर है. यहां 3025 बेड्स हैं.
वेल्लोर के क्रिस्टियन मेडिकल कॉलेज में हैं 2305 बेड्स
देश के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पतालों में वेल्लोर का क्रिस्टियन मेडिकल कॉलेज का नाम भी शामिल है, जहां 2305 बेड्स हैं. हालांकि, हरियाणा के फरीदाबाद में बन रहे अमृता अस्पताल का दावा है कि इसमें 2400 बेड्स की सुविधा होगी. हालांकि, सभी बेड्स को पूरी तरह से तैयार होने में वक्त लगेगा. अस्पताल की योजना है कि 24 अगस्त से 500 बेड्स और फिर अगले दो सालों में 750 बेड्स और फिर पांच सालों में 1 हजार बेड्स पूरी तरह से मरीजों के लिए तैयार रहें. इसी तरह धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से बेड्स की क्षमता को 2400 तक बढ़ाया जाएगा. ये अस्पताल फरीदाबाद के सेक्टर- 88 में स्थित है, जो 133 एकड़ में फैला है. इस अस्पताल को पूरी क्षमता के साथ चलाने के लिए करीब 10 हजार लोगों के स्टाफ की जरुरत होगी, जिसमें 800 डॉक्टर होंगे.
अमृता अस्पताल में बच्चों के लिए होंगे 300 बेड्स
अमृता अस्पताल में बच्चों के लिए 300 बेड्स की व्यवस्था की जा रही है. यहां का पीडियाट्रिक वॉर्ड सबसे बड़ा है. इसके बाद जच्चा-बच्चा के लिए सबसे ज्यादा बेड्स सुरक्षित रखे गए हैं. अस्पताल में 81 अलग-अलग मेडिकल स्पेशलिटी का इलाज मौजूद होगा. अस्पताल में 64 ऑपरेशन थिएटर तैयार किए गए हैं. यहां 543 बेड्स, क्रिटिकल केयर के लिए बनाए गए हैं. यहां आईसीयू यानी क्रिटिकल केयर में भर्ती मरीज का कमरा कांच के दरवाजों से तैयार किया गया है, जिससे मरीज पर हर वक्त नजर बनी रहे. प्रत्येक दो गंभीर मरीजों के लिए एक हेल्थ केयर वर्कर का वर्क स्टेशन बनाया गया है. ये वर्कर हर वक्त मरीज के पास ही मौजूद रहेंगे.
भारत की सबसे बड़ी सेंट्रल लैब हो सकती है अस्पताल की लैब
अस्पताल की लैब भी भारत की सबसे बड़ी सेंट्रल लैब हो सकती है. यहां करीब 250 तरह के ब्लड टेस्ट के लिए फुली ऑटोमेटिक मशीनें लगाई गई हैं. कोशिश की जा रही है कि एक घंटे में 1 से 2 हजार सैंपल टेस्ट किए जा सकें. इतना ही नहीं, अस्पताल में रिसर्च सेंटर और मेडिकल कॉलेज भी बनाया गया है. यहां 498 गेस्ट रुम भी तैयार किए जा रहे हैं जिससे बाहर से आने वाले लोगों को ठहरने की सुविधा मिल सकेगी.
गरीबों के लिए इलाज के खर्च का नहीं हुआ खुलासा
बताते चलें कि फरीदाबाद में बन रहा अमृता अस्पताल, माता अमृतानंदमयी मठ का दूसरा अस्पताल है. इससे पहले 1200 बेड्स का एक अस्पताल कोच्चि में भी मौजूद है. मां अमृतानंदमयी, जिन्हें उनके फॉलोअर अम्मा कहकर भी बुलाते हैं. उनसे नाम से जुड़ा होने के कारण आम लोग उम्मीद कर रहे हैं कि यहां गरीब लोगों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्थाएं मौजूद होंगी. अस्पताल के निदेशक डॉ. संजीव के. सिंह के मुताबिक अस्पताल में कॉरपोरेट विंग और इकोनॉमी विंग बनाए गए हैं जिससे आम लोगों की जेब के हिसाब से इलाज के दाम रखे जा सकें. हालांकि, गरीब लोगों के लिए यहां इलाज कराना कितना सस्ता होगा, इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है.