खेल और खेल उद्योग को नई पहचान देगी 'अमरावती स्पोर्ट्स सिटी', 1400 करोड़ का बजट मंजूर
1400 करोड़ की लागत से अमरावती में बनने वाली स्पोर्ट्स सिटी के पहले चरण का काम 2021 में पूरा होगा.
आंध्र प्रदेश की नई राजधानी अमरावती में स्पोटर्स सिटी बना रही है. राज्य सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि इस स्पोर्ट्स सिटी में आने वाले समय में ओलंपिक खेलों का भी आयोजन किया जा सकता है. आंध्र प्रदेश कैपिटल रिजन डेवलपमेंट अथोरिटी (APCRDA) के कमिश्नर श्रीधर चेरूकुरी ने कहा कि स्पोर्ट्स सिटी बनने के बाद अमरावती भारत का पहला वह शहर होगा जहां पर ओलंपिक खेल आयोजित होंगे.
स्पोटर्स सिटी को तीन चरणों में बनाया जा रहा है. करीब 14 सौ करोड़ रुपये की लागत से यह यहां पर 20 एकड़ में मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स स्टेडियम, मल्टीपपर्स कॉमप्लैक्स बनाया जाएगा. 8.9 एकड़ में करीब 60 करोड़ रुपये की लागत से इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स बनाया जाएगा. इस स्पोर्ट्स सिटी का पहला चरण 2021 में पूरा होगा.
स्पोर्ट्स सिटी की जानकारी देने के लिए आयोजित वर्कशॉप में भारतीय बैडमिंटन टीम के प्रमुख कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार का एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पोर्ट्स सिटी बनाना एक बेहतर कदम है. इससे भारत में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन स्थल होंगे. उन्होंने कहा कि बच्चे खेल में तब आगे आएंगे जब बेहतर ढांचागत आधार होगा. देश में विश्व स्तरीय सुविधा होगी तो बच्चे निश्चिततौर पर खेल में देश का परचम लहराएंगे.
आंध्र प्रदेश के खेल एवं युवा मामलों के विशेष मुख्य सचिव एलवी सुब्रहमण्यम ने कहा कि स्पोर्ट्स सिटी में इंजरी और रिहेब सेंटर भी बनाए रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार सभी बड़े खिलाड़ियों और संगठन से संपर्क कर रही है जिससे वे यहां अपनी एकेडमी खोलें.
सेंटर फॉर स्ट्रैटजी एंड लीडरशिप के सीईओ व निदेश विकास शर्मा ने कहा कि आज दुनियाभर में खेल उद्योग 600—700 बिलियन डॉलर का है. इसमें से भारत की हिस्सेदारी केवल 7—8 प्रतिशत है. ऐसे में अमरावती स्पोर्ट्स सिटी इस हिस्सेदारी को न केवल आगे ले जाने में सहायक होगी बल्कि देश में खेल के साथ ही इससे संबंधित कारोबार को भी गति दे सकती है.