अजित डोभाल फिर से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त, मिला कैबिनेट मंत्री का दर्जा
अजित डोभाल को सुरक्षा क्षेत्र में उनके योगदान के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में पांच वर्षो का विस्तार दिया गया है और उन्हें इसके साथ ही नई मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है.
अजित डोभाल को सुरक्षा क्षेत्र में उनके योगदान के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में पांच वर्षो का विस्तार दिया गया है और उन्हें इसके साथ ही नई मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है. मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने एनएसए के रूप में 31 मई, 2019 से डोभाल की नियुक्ति को मंजूरी दे दी.
उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ जुड़ी (को-टर्मिनस) होगी या फिर अगले आदेश तक होगी. कार्यकाल के दौरान, डोभाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होगा. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान अजित डोभाल की निगरानी में दो महत्वपूर्ण आतंक रोधी अभियान चलाए गए थे. सर्जिकल स्ट्राइल और एयर स्ट्राइक की योजना का श्रेय डोभाल को दिया जाता है.
2016 में, भारतीय सेना ने उरी हमले के बाद पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी. 2019 में, भारतीय वायुसेना ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के आतंकी शिविरों पर बमबारी की थी.
डोभाल ने इसके साथ ही देश के पूर्वोत्तर सीमा पर डोकलाम में भारत और चीन की सेना के बीच तनाव की स्थिति को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
कीर्ति चक्र से सम्मानित
अजित डोभाल 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उनका अधिकांश कार्यकाल आईबी में बीता है और वे आईबी प्रमुख भी रह चुके हैं. वर्ष 1988 में कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था.