Mahakumbh, Man ki Baat: पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को साल के आखिरी मन की बात कार्यक्रम में महाकुंभ को ‘एकता का महाकुंभ’’ बताया. प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में अगले साल 13 जनवरी से आयोजित इस समागम में में पहली बार ‘एआई चैटबॉट’ का इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही ‘डिजिटल नेविगेशन’ (दिशा सूचक प्रणाली) की सुविधा से लोगों को अलग-अलग घाटों, मंदिरों और साधुओं के अखाड़ों तक पहुंचने में मदद मिलेगी.

डिजिटल नेविगेशन से घाटों और अखाड़ों तक पहुंच सकेंगे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "डिजिटल नेविगेशन की मदद से आप महाकुंभ 2025 में विभिन्न घाटों, मंदिरों और साधुओं के अखाड़ों तक पहुंच सकेंगे. यही नेविगेशन सिस्टम आपको पार्किंग स्थलों तक पहुंचने में भी मदद करेगा. पूरे मेला क्षेत्र को एआई संचालित कैमरों से कवर किया जा रहा है. कुंभ के दौरान अगर कोई अपने परिजनों से बिछड़ जाता है तो ये कैमरे उसे ढूंढने में मदद करेंगे. श्रद्धालुओं को डिजिटल खोया-पाया केंद्र की सुविधा भी मिलेगी."

11 भारतीय भाषाओं में मिलेगी जानकारी

मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने  कहा कि ‘एआई चैटबॉट’के जरिए महाकुंभ से जुड़ी जानकारी 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी. अधिकारियों के मुताबिक, इस भव्य आयोजन में 45 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के शामिल होने की संभावना है. प्रयागराज के महाकुंभ में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं जिसके तहत 100 मीटर पानी के नीचे और जमीन से 120 मीटर ऊपर निगरानी करने में सक्षम ड्रोन की तैनाती की जाएगी. 

महाकुंभ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

उत्तर प्रदेश में अगले साल 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले ग्रह के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक महाकुंभ के दौरान जल, थल से लेकर आसमान तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है. नदी में नाव तो आसमान में ड्रोन से पहरेदारी होगी. तो वहीं मेले में घुड़सवार सवार पुलिस लगातार निगरानी करेगी. यानी सुरक्षा व्यवस्था जितनी हाइटेक की जा सकती है, उतना ही परंपरागत तरीके से भी व्यवस्था को संभाला जा रहा है.