5G स्पेक्ट्रम की रेस में कौन बना चैंपियन? 7 दिन की नीलामी में सरकार को मिले ₹1.50 लाख करोड़, जानिए पूरी डीटेल्स
5G Spectrum Auction: 5जी स्पेक्ट्रम की बिक्री के लिए ऑक्शन पूरा हुआ और सातवें दिन तक सरकार को इससे 1.50 लाख करोड़ रुपये हासिल हुए हैं.
5G Spectrum Auction: देश में 5G नेटवर्क शुरू करने के लिए स्पेक्ट्रम ऑक्शन का सातवां दिन पूरा होने के बाद सरकार ने 1.50 लाख करोड़ रुपये की बोली प्राप्त की. कम्यूनिकेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 7 दिन के ऑक्शन में सरकार को 150173 करोड़ रुपये मिले. इसमें कुल 72098MHz स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए रखे गए थे, जिसमें से 51236MHz की बिक्री हो गई.
अल्ट्रा-हाई स्पीड मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी की पेशकश करने में सक्षम 5G स्पेक्ट्रम से हुआ कलेक्शन, पिछले साल बेचे गए 4G एयरवेव्स के 77,815 करोड़ रुपये से लगभग दोगुना है और 2010 में 3G नीलामी से प्राप्त 50,968.37 करोड़ रुपये का तिगुना है.
किसने लगाई कितनी बोली
कम्यूनिकेशन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 5G स्पेक्ट्रम के इस ऑक्शन में रिलायंस जियो ने 88,078 करोड़ रुपये की बोली लगाई. इसके अलावा भारती एयरटेल ने 43,074 करोड़ रुपये, वोडाफोन आइडिया ने 18,799 करोड़ और अडानी ने 212 करोड़ रुपये की बोली लगाई.
बता दें कि उत्तर प्रदेश ईस्ट सर्कल में 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए Jio और Airtel ने जमकर बोलियां लगाई. वहीं अडानी ने गुजरात, मुंबई, कर्नाटक, आन्ध्र, तमिलनाडु और राजस्थान में स्पेक्ट्रम लिया.
कब तक शुरू होगी 5G सेवा
सरकार के प्लान के मुताबिक 10 अगस्त के पहले तक स्पेक्ट्रम के अलॉटमेंट का पूरा प्रोसेस निपटा लिया जाएगा. जिसके बाद सितंबर के अंत तक या अक्टूबर में देश में 5G की कमर्शियल सेवा शुरू कर दी जाएगी.
इन फ्रीक्वेंसी बैंड की हो रही नीलामी
बता दें कि इस दौरान 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz, 3300 MHz (मिड), 26 GHz (हाई) फ्रीक्वेंसी बैंड में नीलामी हो रही है. इसके अलावा कंपनियों को 20 बराबर EMIs में स्पेक्ट्रम की कीमतों को चुकाने की सुविधा दी जाएगी. वहीं प्राइवेट कैप्टिव नेटवर्क स्थापित करने की मंजूरी दी गई है.