5G Spectrum Auction Day-2: जल्द ही देश में 5G इंटरनेट सेवा शुरू हो जाएगी. इसके लिए टेलीकॉम कंपिनयां ने कमर कस ली है और सरकार ने स्पेक्ट्रम की नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दिया है. 26 जुलाई से 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो गई है और आज यानी कि 27 जुलाई को भी लगातार दूसरे दिन ये प्रक्रिया होगी. बता दें कि स्पेक्ट्रम नीलामी के पहले दिन सरकार को टेलीकॉम कंपनियों की ओर से बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. सरकार को उम्मीद से 1.5 गुना ज्यादा अच्छा रिस्पॉन्स मिला और 1.45 लाख करोड़ रुपए की बोली मिली. इस ऑक्शन में देश की दिग्गज 4 टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया, रिलायंस जियो और अडानी डाटा नेटवर्क शामिल रहे. 

सरकार को कितना राजस्व मिला 

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बता दें कि ऑक्शन के पहले दिन की सरकार को अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. सरकार को 1.45 लाख करोड़ रुपए मिला इस नीलामी के चलते मिला है. सरकार को पहले 80-90 हजार करोड़ का राजस्व मिलने का अनुमान था लेकिन आज यानी कि बुधवार की बोली खत्म होने पर य आंकड़ा और बढ़ने की संभावना है. ऐसा बताया जा रहा है कि आज की नीलामी प्रक्रिया के बाद से सरकार को राजस्व लगभग 1.80 से 2 लाख करोड़ के बीच रह सकता है.

किस बैंड की ज्यादा डिमांड 

3300MHz और 26 GHz के लिए सबसे ज्यादा डिमांड देखने को मिली है. 700MHz के लिए भी पहली बार बोलियां लगाई गई. इस बैंड में 40% स्पेक्ट्रम बिक्री भी पूरी कर ली गई और 

दिल्ली, महाराष्ट्र, मुंबई, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान, आंध्रप्रदेश सर्विस एरिया में ज्यादा रुचि देखने को मिली है.  

कब तक शुरू हो सकती है सेवा 

अगस्त के दूसरे हफ्ते से पहले स्पेक्ट्रम आवंटन का काम पूरा किया जाएगा. ऐसा बताया जा रहा है कि इसी साल सितंबर अक्टूबर तक सेवा शुरू हो सकती है, हालांकि सूत्र कह रहे हैं कि इसके पहले भी यानि 15 अगस्त को किसी एक प्वाइंट पर सेवा शुरू की जा सकती है.

इन फ्रीक्वेंसी बैंड की हो रही नीलामी

बता दें कि इस दौरान 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz, 3300 MHz (मिड), 26 GHz (हाई) फ्रीक्वेंसी बैंड में नीलामी हो रही है. इसके अलावा कंपनियों को 20 बराबर EMIs में स्पेक्ट्रम की कीमतों को चुकाने की सुविधा दी जाएगी. वहीं प्राइवेट कैप्टिव नेटवर्क स्थापित करने की मंजूरी दी गई है.