Dengue Fever: तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मामले, जानें लक्षण, इलाज और बचाव के उपाय
Dengue Fever: बारिश के बाद जगह-जगह पानी जमा हो जाता है या हमारे घरों में कई ऐसी जगहों पर पानी जमा होता है, जो कई दिनों तक खुले में पड़ा रहता है. डेंगू का मच्छर ऐसे पानी में ही पनपता है.
Dengue Fever: सितंबर और अक्टूबर में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले ज्यादा सामने आते हैं. देश में 5 अक्टूबर तक 321 मामले सामने आ चुके हैं. सितंबर में 693 डेंगू के केस सामने आए थे. कुल मिलाकर देश में अब तक 1258 केस सामने आ चुके है. डेंगू हर साल 40 करोड़ से ज्यादा लोगों को प्रभावित करता है. बारिश के बाद जगह-जगह पानी जमा हो जाता है या हमारे घरों में कई ऐसी जगहों पर पानी जमा होता है, जो कई दिनों तक खुले में पड़ा रहता है. डेंगू का मच्छर ऐसे पानी में ही पनपता है.
डेंगू क्या है (What is Dengue?) डेंगू मच्छरों के काटने से फैलने वाली बीमारी है. यह बुखार डेंगू वायरस के कारण होता है. यह बीमारी बरसात के मौसम में होती है. डेंगू के बुखार में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं. डेंगू के लक्षण- सिर दर्द
- मसल्स, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
- जी मिचलाना
- उल्टी लगना
- आंखों के पीछे दर्द
- ग्रंथियों में सूजन
- त्वचा पर लाल चकत्ते होना
डेंगू बुखार कितने दिन में ठीक हो जाता है? डेंगू के लक्षण आमतौर पर 2-7 दिनों तक रहते हैं. अधिकतर लोग 1 सप्ताह के अंदर ठीक हो जाते हैं. हालांकि, गंभीर स्थितियों में मरीज को ठीक होने में अधिक समय लग सकता है. डेंगू में क्या खाएं
- पपीते के पत्तों का जूस
- नारियल पानी
- हल्दी
- खट्टे फल
डेंगू बुखार में क्या न खाएं चाय, कॉफी, सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे चीजों के सेवन से बचना चाहिए. इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, जो डेंगू के बुखार में नुकसानदायक हो सकती हैं. डेंगू के समय चटपटे, मसालेदार भोजन से भी दूरी बनाना चाहिए. डेंगू में तली-भुनी चीजों से परहेज करना चाहिए. डेंगू की जांच के लिए कौन सा टेस्ट एंटीजन के अलावा एलाइजा टेस्ट पर भरोसा किया जाता है. इसमें भी दो तरह के टेस्ट होते हैं पहला आईजीएम और दूसरा आईजीजी. आईजीएम टेस्ट डेंगू के लक्षण आने से 3-5 दिन के अंदर-अंदर कराना जरूरी है. वहीं, दूसरा टेस्ट आईजीजी भी 5 से 10 दिन के अंदर कराना अनिवार्य है. डेंगू बुखार से बचाव के उपाय
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें.
- कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदले.
- घर में कीटनाशक दवाई छिड़के.
- बच्चों को ऐसे कपड़े पहने जिससे उनके हाथ पांव पूरी तरह से ढके रहे.
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.
- मच्छर भगाने वाली दवाइयों का प्रयोग करें.
- टंकियों और बर्तनों को ढक कर रखें.