Indian Citizenship: सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि पिछले 12 साल में 16 लाख से ज्यादा भारतीयों ने देश की नागरिकता छोड़ दी है. सिर्फ 2022 में 2.25 लाख लोगों ने भारत की नागरिकता (Indian Citizenship) छोड़ दी है. विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि साल 2011 से लेकर 2022 तक 16,63,440 लोगों ने देश की नागरिकता (Indian Citizenship) छोड़ दी है. उन्होंने इसके साथ ही राज्यसभा को यह भी बताया कि वो कौन से देश हैं, जहां जाकर भारतीय बस रहे हैं.

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विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा गया था कि पिछले तीन साल में कुल कितने भारतीय नागरिकों ने देश की नागरिकता छोड़ दी है. इस अवधि के दौरान जिन भारतीयों ने देश की नागरिकता छोड़ी, उन्हें किन देशों में नागरिकता मिली है. 

किस साल कितने भारतीय जाकर बस गए विदेश

  • 2011 - 1,22,819
  • 2012 - 1,20,923
  • 2013 - 1,31,405
  • 2014 - 1,29,328
  • 2015 - 1,31,489
  • 2016 - 1,41,603
  • 2017 - 1,33,049
  • 2018 - 1,34,561
  • 2019 - 1,44,017
  • 2020 - 85,256
  • 2021 - 1,63,370
  • 2022 - 2,25,620

इन देशों में जाकर बस रहे हैं भारतीय

विदेशों में हो रही छंटनी पर दिया ये जवाब

एक अन्य सवाल के जवाब में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन (V Muraleedharan) ने कहा कि सरकार हाल के महीनों में अमेरिकी कंपनियों द्वारा पेशेवरों की छंटनी के मुद्दे से अवगत है. उन्होंने कहा कि इनमें से एक निश्चित फीसदी H-1B और L1 वीजा धारक भारतीय नागरिकों के होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने अमेरिकी सरकार के समक्ष आईटी पेशेवरों सहित उच्च कुशल श्रमिकों से संबंधित मुद्दों को लगातार उठाया है. उन्होंने कहा कि सरकार इन मुद्दों पर उद्योग संगठनों और व्यापार मंडलों सहित विभिन्न हितधारकों के साथ भी काम कर रही है.

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