भारत सरकार की तरफ से कच्चे तेल (Crude Oil) पर विंडफॉल टैक्स (Windfall Tax) स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी (SAED) को घटा दिया गया है. पहले यह 5700 रुपये प्रति टन था, जिसे अब 500 रुपये प्रति टन घटाकर 5200 रुपये कर दिया गया है. यह नई दरें 1 जून 2024 से लागू हो गई हैं. अगर पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की बात की जाए तो उस पर अभी SAED जीरो ही रखा गया है. साथ ही ATF पर भी इसे जीरो ही रखा गया है.

अभी क्या हैं कच्चे तेल के दाम?

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कमजोर हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों की कटान करने से वायदा कारोबार में शुक्रवार को कच्चा तेल की कीमत 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,487 रुपये प्रति बैरल रह गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का जून माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध एक रुपये या 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,487 रुपये प्रति बैरल रह गया. इसमें 5,683 लॉट के लिए कारोबार हुआ. वैश्विक स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.73 डॉलर प्रति बैरल रह गया जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम 0.04 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता 81.83 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.

विंडफॉल टैक्‍स क्‍या है?

ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को अप्रत्‍याशित मुनाफा होने पर सरकार की ओर से अतिरिक्‍त टैक्‍स लगाया जाता है. इसे ही विंडफॉल टैक्‍स कहते हैं. विंडफॉल टैक्स ऐसी कंपनियों या इंडस्ट्री पर लगता है, जिन्हें बदलते हालात में अचानक काफी फायदा हुआ हो. केंद्र सरकार ने पहली बार 1 जुलाई 2022 को अप्रत्याशित लाभ पर टैक्‍स लगाया था. भारत के अलावा कई देशों में ऑयल/एनर्जी कंपनियों पर विंडफॉल टैक्‍स लगाया जाता है.