WPI: थोक महंगाई दर जुलाई में घटकर 1.08 फीसदी पर, दाल-चीनी के दामों में गिरावट
थोक महंगाई दर में लगातार गिरावट आ रही है. जुलाई 2019 में यह 24 महीने के चलते स्तर पर आ गई. थोक मूल्य सूचकांक आधारित (WPI) महंगाई दर जुलाई के महीने में घटकर 1.08 फीसदी पर आ गई.
थोक महंगाई दर में लगातार गिरावट आ रही है. जुलाई 2019 में यह 24 महीने के चलते स्तर पर आ गई. थोक मूल्य सूचकांक आधारित (WPI) महंगाई दर जुलाई के महीने में घटकर 1.08 फीसदी पर आ गई. थोक महंगाई में लगातार तीसरे महीने गिरावट दर्ज की गई. जून में यह 2.02 फीसदी पर थी.
थोक महंगाई दर में कमी आने से लोगों ने राहत महसूस की है. प्राइमरी आर्टिकल मंहगाई दर 6.72 फीसदी से घटकर 5.03 फीसदी पर आ गई है. निर्माण क्षेत्र की बात करें तो मैन्युफैक्चरिंग महंगाई दर 0.94 फीसदी से घटकर 0.34 फीसदी दर्ज की गई है.
खाने-पीने की चीजों की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई है, जिसके चलते खाद्य महंगाई दर 5.04 प्रतिशत से घटकर 4.54 प्रतिशत हो गई है. सब्जियों की थोक महंगाई दर में लगभग 50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है और यह 24.76 प्रतिशत से घटकर 10.67 प्रतिशत पर आ गई है.
सस्ते हुई दाल और चीनी
आम आदमी को दाल और चीनी की कीमतों पर भी राहत मिली है. पिछले महीने दाल महंगाई दर 23.06 फीसदी से घटकर 20.08 फीसदी पर आ गई और चीनी महंगाई दर 4.01% से घटकर -0.94% के आंकड़े को छू गई.
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नॉन-फूड महंगाई दर 5.06% से घटकर 4.29% दर्ज की गई है. फ्यूल, पावर महंगाई दर -2.20% से घटकर -3.64% पर पहुंच गई है. केमिकल महंगाई दर 1.45% से घटकर 0.42% पर पहुंच गई है.
खुदरा महंगाई दर में मामूली गिरावट
बता दें कि कल मंगलवार को सरकार ने थोक महंगाई दर के आंकड़े पेश किए थे. इन आकंड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई. बीते महीने खुदरा महंगाई की दर 3.15 फीसदी रही, जबकि जून में यह दर 3.18 फीसदी थी.
(रिपोर्ट- गौरव खोसला)