केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लॉन्च किया LEADS 2023, लॉजिस्टिक्स सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा, जानें क्या है सरकार की रणनीति
2047 तक भारत को 3.5 ट्रिलियन से 35 ट्रिलियन तक 10x लेवल पर ले जाने के लिए लॉजिस्टिक्स सेक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को भारत मंडपम, प्रगति मैदान में विभिन्न राज्यों में logistics ease (LEADS) 2023 को लॉन्च किया. यह लॉन्च इवेंट भारत के मजबूत आर्थिक विकास और महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. भारत मंडपम में दर्शकों को संबोधित करते हुए, मंत्री पीयूष गोयल ने LEADS की क्षमता पर जोर दिया.
2047 तक 10x तक बढ़ेगी इकोनॉमी
मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि 2047 तक भारत को 3.5 ट्रिलियन से 35 ट्रिलियन तक 10x लेवल पर ले जाने के हमारे प्रयास में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र एक आधारशिला होगा, जो कि कलेक्टिक मिशन है. ऐसा करने में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र (Logistics Sector) संभवतः सबसे महत्वपूर्ण भूमिकाओं में से एक निभाएगा. LEADS को विभिन्न राज्यों में लॉजिस्टिक्स ऑपरेशन को सुव्यवस्थित करने, दक्षता को बढ़ावा देने, बाधाओं को कम करने और क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैनात किया गया है.
सरकार का विजन
कार्यक्रम के दौरान 2023 के लिए व्यापक LEADS रिपोर्ट जारी की गई, जो लॉजिस्टिक्स की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी देती है और भारत की आर्थिक वृद्धि में क्षेत्र के योगदान को बढ़ाने के लिए रूपरेखा तैयार करती है. केंद्रीय मंत्री ने लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को उच्च विकास पथ पर ले जाने के सरकार के विजन को हाइलाइट किया.
राज्यों में कनेक्टिविटी और माल की आवाजाही होगी आसान
2047 तक भारत की GDP को 3.5 ट्रिलियन से 35 ट्रिलियन तक बढ़ाने की महत्वाकांक्षा एक सामूहिक मिशन है जो इस परिवर्तनकारी यात्रा में लॉजिस्टिक्स को एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में पहचानता है. उम्मीद है कि LEADS 2023 में लॉजिस्टिक्स उद्योग (Logistics Industry) के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों का समाधान किया जाएगा, राज्यों में कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया जाएगा और माल की आवाजाही को आसान किया जाएगा.
जैसे-जैसे LEADS केंद्र स्तर पर आता है, इससे लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में सहयोग, इनोवेशन और बिजनेस को बढ़ाने के एक नए युग की शुरुआत होने की उम्मीद है. LEADS 2023 का लॉन्च वैश्विक लॉजिस्टिक्स लीडर और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की उभरती गतिशीलता में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने के भारत के दृढ़ संकल्प का प्रमाण है.