GST Council meeting: जीएसटी काउंसिल की ओर से 33 वस्तुओं पर जीएसटी जीएसटी की दरें घटाए जाने से कारोबारियों व उद्यमियों में काफी उत्साह है. हालांकि ऑटो पाट्स इंडस्ट्री व उद्योगों में प्रयोग होने वाले वाले कुछ और उत्पादों को अब भी 28 फीसदी दर की श्रेणी में रखे जाने को ले कर उद्यमियों व कारोबारियों की काफी तीखी प्रतिक्रिया है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उद्योगों को मिलेगी बड़ी राहत

लघु व सूक्ष्म उद्योगों के संगठन इंडियन इंडस्ट्रीज ऑर्गनाइजेशन के अध्यक्ष सुनील वैश्य ने इस मौके पर कहा कि सरकार के इस कदम से उद्योगों को काफी लाभ होग. लीथियम बैटरी पर जीएसटी की दरें घटने से इलेक्ट्रिक वाहनों को काफी प्रोत्साहन मिलेगा. क्योंकि इलेक्ट्रानिक वाहनों को बनाने का एक बड़ा खर्च लीथियम बैटरी के ऊपर आता है. हालांकि सरकार को ग्लास एसिड व ऑटो पाट्स उद्योग को भी राहत देनी चाहिए थी.

सरकार का कदम स्वागत के योग्य

व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने जीएसटी काउंसिल के निर्णयों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बहुत से उत्पादों पर जीएसटी की दरें घटाए जाने का काउंसिल का निर्णय स्वागत योग्य है. वहीं सरकार की ओर से जीएसटी रिटर्न दाखिल करने के लिए सरल फार्म लाए जाने का निर्णय दिखाता है कि सरकार टैक्स की प्रक्रिया को सरल बनाने का प्रयास कर रही है.

सरल फार्म से होगा कारोबार आसान

जीएसटी काउंसिल की ओर से 01 अप्रैल से रिटर्न फाइल करने के लिए एक सरल फार्म लाए जाने की घोषणा की है. ये फार्म पहले के फार्म की तुलना में काफी सरल होगा. कैट के महामंत्री प्रणवी खंडेलवाल ने कहा कि उम्मीद है कि इस फार्म में 07 या 08 से ज्यादा कॉलम नहीं होंगे. वहीं यदि सरकार ये रिटर्न तीन महीने में एक बार जमा करने की व्यवस्था करती है तो भी यह व्यापारियों व उद्यमियों के लिए बड़ी राहत होगी.