सरकार पशुपालन को बढ़ावा देने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में टेक्नोलॉजी और निवेश लाने पर जोर देगी. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि पशुपालन एक उपेक्षित क्षेत्र बना हुआ है. सरकार ने इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अलग ही मंत्रालय बनाया है. उन्होंने कहा कि पशुपालन को बूस्ट देने के लिए इसे कारोबारी स्तर पर विकसित किया जाएगा.

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उन्होंने कहा कि रोजगार बढ़ाने के लिए पशुपालन सेक्टर को बाजार से जोड़ा जाएगा. सरकार अधिक मादा बछड़ों का जन्म सुनिश्चित करने के लिए वीर्य की छंटाई करने की तकनीक की शुरुआत कर रही है. शुरुआत में लक्ष्य सालाना 30 लाख ऐसी खुराक देने का है.

उन्होंने कहा कि उत्पादकता बढ़ाने के लिए आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) जैसी अन्य तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाएगा. सरकार देसी नस्ल के मवेशियों के संरक्षण पर भी ध्यान केंद्रित करेगी. उन्होंने कहा कि 2.8 करोड़ मवेशियों पर टैगिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.

मंत्री ने कहा कि शून्य बजट खेती को बढ़ावा देने के लिए गुजरात के आणंद जिले में एक प्रायोगिक परियोजना शुरू की गई है और इसकी सफलता के आधार पर इसे पूरे राज्य में और फिर पूरे देश में दोहराया जाएगा.