TRAI ने नए स्कैम से किया अलर्ट, मोबाइल पर आए ये मैसेज तो न करें यकीन, हो सकते हैं धोखाधड़ी का शिकार
TRAI on new scam: दूरसंचार नियामक ट्राई ने जनता को नए स्कैम से सावधान किया है. ट्राई ने कहा है कि SMS, वॉयस कॉल और वॉट्सऐप मैसेज के जरिए झूठा दावों से लोगों को फंसाया जा रहा है. जानिए क्या है ये नया स्कैम.
TRAI on new scam: भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने जनता को एक नए स्कैम से सावधान किया है. ट्राई ने उन धोखाधड़ी गतिविधियों के बारे में आगाह किया है, जिसमें वॉट्सऐप मैसेज, एसएमएस और वॉयस कॉल के जरिए झूठा दावा करते हैं कि वे ट्राई से हैं. इन घोटालों में साइबर अपराधी फर्जी नोटिस का इस्तेमाल करते हैं, जो ट्राई के सीनियर अधिकारियों के आधिकारिक कम्युनिकेशन की नकल होता है. इसके बाद यूजर्स के मोबाइल नंबर से जुड़े अवैध गतिविधियों का आरोप लगाते हैं.
TRAI on new scam: फर्जी मैसेज के जरिए फिशिंग लिंक पर क्लिक करना का बनाते हैं दबाव
ट्राई के मुताबिक ये फर्जी मैसेज लोगों पर दबाव डालते हैं कि वे जांच एजेंसी से संपर्क करें या तत्काल सेवा समाप्ति का सामना करें, और यह भी धमकी देते हैं कि अगर वे जवाब नहीं देते हैं तो उनके मोबाइल नंबर को डिस्कनेक्ट कर दिया जाएगा. इसके अलावा, ये साइबर क्रिमिनल लोगों को मैलवेयर इंस्टॉल करने या फिशिंग लिंक पर क्लिक करने के लिए धोखा देने का प्रयास कर सकते हैं, जिससे साइबर सुरक्षा के खतरे हो सकते हैं.
TRAI on new scam: मोबाइल नंबर डिस्कनेक्शन के बारे में नहीं दिया जाता आधिकारिक नोटिस
ट्राई ने साफ किया है कि वह मोबाइल नंबर डिस्कनेक्शन के बारे में मैसेज या आधिकारिक नोटिस के जरिए नहीं बाताता है. प्राधिकरण ने ग्राहकों से संपर्क करने के लिए किसी भी थर्ड पार्टी एजेंसी को अधिकृत नहीं किया है. इसलिए,किसी भी तरह का संचार (चाहे कॉल हो, मैसेज हो, या नोटिस हो) जो मोबाइल नंबर डिस्कनेक्शन की धमकी देता है और ट्राई से होने का दावा करता है, उसे संभावित घोटाला माना जाना चाहिए.
TRAI on new scam: साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी के लिए यहां पर करें शिकायत
ट्राई ने कहा कि इन नागरिक साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत दूरसंचार विभाग (DoT) के संचार साथी पोर्टल पर चक्षु सुविधा के जरिए दें सकते हैं. इसे https://sancharsaathi.gov.in/sfc/ पर एक्सेस किया जा सकता है. साइबर अपराध के पुष्टि किए गए मामलों की सूचना साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर '1930' या आधिकारिक वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ के जरिए दी जा सकती है.