5G सर्विस पर मिल रही शिकायत पर TRAI का एक्शन! कहा- इंटरनेट मिलने के साथ कॉल ड्रॉप भी होगी कम
कॉल-ड्रॉप और स्लो इंटरनेट की समस्या से यूजर्स को निजात दिलाने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने सख्त एक्शन लिए हैं. ट्राई ने क्वालिटी ऑफ सर्विस (QoS) नियम और कड़े करने पर जोर दिया गया.
5G सर्विस को रोलआउट हुए काफी समय हो गया है. इस सर्विस को कई टेलीकॉम कंपनियां अपने प्लांस के साथ देश के कई शहरों में शुरू कर चुकी हैं. लेकिन अभी भी कई लोगों को 5G सर्विस की सुविधा ढंग से नहीं मिल पा रही है. इन शिकायतों पर एक्शन लेते हुए TRAI ने कहा कि इंटरनेट भी पूरा मिलेगा और कॉल ड्रॉप भी कम होगी. जानिए TRAI की तरफ से जारी हुई गाइडलाइंस क्या कहती हैं.
नए स्टैंडर्ड लाने की तैयारी में TRAI
बता दें, लोगों से लगातार कॉल ड्रॉप, खराब इन्टरनेट क्वालिटी की शिकायत पर ट्राई ने एक्शन लिया है. TRAI ने इस पर कहा कि QoS की समीक्षा होगी. इतने साल में टेक्नोलॉजी में बहुत बदलाव हुए हैं. ऐसे में नए स्टैंडर्ड लाने जरूरी हैं.
TRAI ने इंटरनेट की क्वालिटी के लिए जारी किया कंसल्टेशन
TRAI ने इंटरनेट की क्वालिटी के लिए कंसल्टेशन जारी किया है. वॉयस और डाटा के लिए एक समान QoS गाइडलाइंस जारी की जाए. साथ ही मौजूदा तीन नियमों को मिलाकर एक करने का प्रयास कर रहे हैं. खराब या क्लेम की गई सर्विसेज नहीं देने पर जुर्माने की राशि बढ़ाई जा सकती है. ट्राई सर्विसेज की क्वालिटी के नियम कड़े करेगी. आंकड़ों के मुताबिक, लगभग 70 फीसदी कंज्यूमर रोजाना कॉल ड्रॉप झेलते हैं. अमूमन 35 फीसदी कंज्यूमर को 4G/5G सर्विसेज बिना रुकावट नहीं मिलती हैं.
टेलीकॉम ऑपरेटर्स से 5 अक्टूबर तक मांगे सुझाव
TRAI ने वायरलेस और ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस के QoS के लिए सुझाव मांगे हैं. इस पर ट्राई ने 20 सितंबर तक सुझाव और क्या दिक्कतें चल रही हैं उस पर जवाब मांगा है. ट्राई ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स से 5 अक्टूबर तक काउन्टर सजेशन मांगे हैं.
जानकारी के मुताबिक, अभी 5G के लिए कोई QoS नहीं है, वो भी तय किया जाएगा. कॉल ड्रॉप रोकने, कॉल के दौरान की दिक्कतें दूर करने का रोडमैप तय किया जाएगा. बता दें, पिछले साल दिसंबर में DoT ने भी टेलीकॉम कंपनियों के साथ बैठक बुलाई थी. इस बैठक में कंपनियों को सेवाओं की क्वालटी सुधारने के निर्देश दिए थे.
बता दें, दूरसंचार विभाग (DoT) ने कस्टमर्स की ओर से कॉल ड्रॉप और सर्विसेज को लेकर टेलीकॉम कंपनियों के लिए लगातार आ रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सख्त रुख अपनाया है. DoT ने टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई (TRAI) को क्वालिटी स्टैंडर्ड कड़े करने का निर्देश दिए हैं. इसके बाद ट्राई ने 5 अक्टूबर को QoS (क्वालिटी ऑफ सर्विस) पर टेलीकॉम कंपनियों की बैठक बुलाई है.
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