देश में कच्चे इस्पात का उत्पादन इस साल अक्तूबर में 87.7 करोड़ टन रहा. वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन ने एक रिपोर्ट में यह कहा है. एक साल पहले इसी महीने में इस्पात उत्पादन 87.3 करोड़ टन था. इसके अनुसार, ‘‘दुनिया के 64 देशों में कच्चे इस्पात का कुल उत्पादन इस वर्ष अक्तूबर में 15.66 करोड़ टन रहा जो पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 5.8 प्रतिशत अधिक है.’’ 

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चीन में 9.1 प्रतिशत अधिक उत्पादन

चीन में कच्चे स्टील का उत्पादन आलोच्य महीने में 8.255 करोड़ टन रहा जो 2017 के अक्तूबर के 7.57 करोड़ टन के मुकाबले 9.1 प्रतिशत अधिक है. रिपोर्ट के मुताबिक हालांकि जापान में उत्पादक इस साल अक्तूबर महीने में 4.5 प्रतिशत घटकर 85.6 लाख टन था. वहीं अमेरिका में कच्चे इस्पात का उत्पादन इस महीने में 10.5 प्रतिशत बढ़कर 75.7 लाख टन रहा जो पिछले साल अक्तूबर महीने में 68.5 लाख टन था.

वर्ल्ड स्टील के सदस्यों की हिस्सेदारी 85 प्रतिशत

यूरोपीय संघ में फ्रांस का उत्पादन अक्तूबर 2018 में 13 लाख टन, इटली का 23 लाख टन तथा स्पेन का 13 लाख टन था. तुर्की में कच्चे इस्पात का उत्पादन आलोच्य महीने में 32 लाख टन जबकि यूक्रेन का 18 लाख टन रहा. दुनिया में कुल इस्पात उत्पादन में वर्ल्ड स्टील के सदस्यों की हिस्सेदारी 85 प्रतिशत है. इसमें 160 से अधिक स्टील उत्पादन शामिल हैं. कुल 10 बड़ी इस्पात कंपनियों में से नौ एसोसिएशन से संबद्ध हैं.

भारत कर रहा तैयारी

भारत सरकार की ओर से 2030-31 तक देश में स्टील उत्पादन को 300 मिलियन टन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. सेल के मुताबिक, वह इस्पात मंत्रालय के 2030-31 तक 300 मिलियन टन इस्पात उत्पादन के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी उत्पादन 50 मिलियन टन तक ले जाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. इससे आने वाले समय में फेरो अलॉय की और अधिक ज़रूरत होगी. इसके लिए सीएफपी को अपनी भूमिका निभाने के लिए अभी से तैयार रहने की जरूरत है.

(इनपुट एजेंसी से)