Small Savings Scheme: बढ़ने वाली आपकी कमाई, 30 जून को मोदी सरकार से मिलेगी बड़ी खुशखबरी! ऐसे होगा आपका फायदा
Small Savings Scheme: 30 जून को स्मॉल सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरों पर फैसला होगा. उम्मीद की जा रही है कि छोटी बचत योजनाओं पर 0.50% ब्याज बढ़ाया जा सकता है. सरकार हर तिमाही ब्याज की समीक्षा करती है. जुलाई से सितंबर 2022 के लिए इस बार ब्याज तय होना है.
Small Savings Scheme: अगले महीने से आपके डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज मिल सकता है. 30 जून को छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों पर फैसला होना है. बढ़ती महंगाई, बढ़ते रेपो रेट और कर्ज की दर बढ़ने से कयास लगाए जा रहे हैं कि स्मॉल सेविंग्स स्कीम के ब्याज में भी अच्छी बढ़ोती होगी. RBI के रेपो रेट बढ़ाने के बाद से बैंकों ने लगातार कर्ज को महंगा किया है. वहीं, फिक्स्ड डिपॉजिट पर भी ब्याज बढ़ाया है. लेकिन, अगर आप छोटी बचत योजना जैसे- PPF, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र, NSC में निवेश करते हैं तो आपको ज्यादा ब्याज का तोहफा मिल सकता है.
1 जुलाई से मिलेगा आपको फायदा
मोदी सरकार छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Scheme) के ब्याज पर 30 जून को फैसला लेगी. मतलब 1 जुलाई से आपके ब्याज में बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो सरकार स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दर बढ़ा सकती है. इससे PPF, NSC और सुकन्या समृद्धि जैसी योजनाओं में निवेश पर ज्यादा ब्याज मिलेगा. बढ़ती महंगाई (Inflation) को कंट्रोल करने के लिए ये कदम उठाए जा रहे हैं. पिछले कुछ समय से डिपॉजिट खासकर छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज स्थिर रहा है.
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क्यों हो सकता है ब्याज में बदलाव?
सूत्रों ने ज़ी बिज़नेस डिजिटल को बताया Small savings scheme के ब्याज में बढ़ोतरी को लेकर बैंक और रिजर्व बैंक दोनों पक्ष में हैं. फाइनेंस एक्सपर्ट पंकज मठपाल के मुताबिक, ये एक ट्रेंड है, जब कर्ज की दर महंगी होती है तो पूरी संभावना रहती है कि निवेशकों को उनके डिपॉजिट पर बढ़िया रिटर्न मिले. वहीं, हाल ही में कुछ बैंकों ने Fixed Deposit और Recurring deposit की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. ये भी एक इशारा है कि स्मॉल सेविंग्स स्कीम पर भी ब्याज ज्यादा मिलेगा.
50 बेसिस प्वाइंट बढ़ सकता है ब्याज
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट पंकज मठपाल का भी मानना है कि इस वक्त कंज्यूमर को राहत देना जरूरी है. बाजार अच्छे रिटर्न नहीं दे रहे हैं. सोने में भी इस वक्त एक रेंज में ही कारोबार दिख रहा है. महंगाई को कंट्रोल करने के लिए कर्ज को महंगा किया गया है. अगर कर्ज की तुलना में देखा जाए तो कम से कम 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी होनी चाहिए. बैंकों के पास छोटी बचत योजनाओं में डिपॉजिट बढ़ेगा. इससे लिक्विडिटी बढ़ेगी और महंगाई से काबू पाने के पर्याप्त रिसोर्स होंगे.
तिमाही आधार पर रिवाइज होती हैं ब्याज दरें
स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स पर हर तीन महीने यानी तिमाही आधार पर ब्याज दर तय होती है. वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) इन ब्याज दरों को तय करता है और नोटिफाई करता है. अगली तिमाही के लिए ऐलान अगले महीने हो सकता है.
स्मॉल सेविंग पर अभी कितना मिलता है ब्याज
> नेशनल सेविंग्स रेकरिंग डिपॉटिज अकाउंट (National Savings Recurring Deposit Account): 5.8%
> नेशनल सेविंग्स मंथली इनकम अकाउंट (Monthly Income Scheme Account): 6.6%
> किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra): 6.9%
> पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund): 7.1%
> नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स (National Savings Certificate): 6.8%
> सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Scheme): 7.6%
> वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizens Savings Scheme): 7.4%
> 1 से 5 साल के लिए National Savings Time Deposit Account(TD) पर 5.5-6.7 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा.