इकोनॉमी के लिए गुड न्यूज, सर्विस सेक्टर में उम्मीद से बेहतर सुधार, भारत की GDP में है 50% योगदान
Services PMI Index: अगस्त के महीने में सर्विस सेक्टर के लिए पीएमआई इंडेक्स 57.2 रहा. यह रॉयटर्स सर्वे के 55 के अनुमान से बेहतर है. भारत की जीडीपी में सर्विस सेक्टर का योगदान 50 फीसदी से ज्यादा है.
Service sector PMI Index: इंडियन इकोनॉमी के लिए एक और अच्छी खबर है. देश की जीडीपी में 50 फीसदी का योगदान देने वाला सर्विस सेक्टर तेजी से सुधार के रास्ते पर है. अगस्त के महीने में सर्विस सेक्टर के लिए पीएमआई इंडेक्स 57.2 रहा. जुलाई के महीने में यह 55 रहा था जो चार महीने का न्यूनतम स्तर था. अगस्त महीने का इंडेक्स उम्मीद से बेहतर है. रॉयटर्स के सर्वे में इसका अनुमान 55 रखा गया था. अगर PMI Index 50 से ऊपर रहता है तो यह ग्रोथ को दिखाता है. अगर यह 50 से नीचे रहता है तो संकुचन को दिखलाता है.
14 सालों के हाई पर हायरिंग एक्टिविटी
आर्थिक गतिविधियों में सुधार के कारण हायरिंग एक्टिविटी में भी तेजी आई है. अगस्त के महीने में हायरिंग एक्टिविटी 14 सालों के हाई पर रहा. दरअसल न्यूज बिजनेस का विस्तार तेजी से हो रहा है, जिसके कारण हायरिंग एक्टिविट को मजबूती मिल रही है. यह रिपोर्ट एसएंडपी ग्लोबल इंडिया की तरफ से तैयार की जाती है.
नए कारोबार में बढ़ता का फायदा
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस की संयुक्त निदेशक पोल्याना डी लीमा ने कहा, ‘‘नए कारोबार में बढ़त के चलते गतिविधियों में तेजी आई और कोविड महामारी से संबंधित प्रतिबंधों को हटाने और विपणन प्रयासों से कंपनियों को लगातार लाभ हो रहा है.’’ रोजगार के मोर्चे पर, मजबूत बिक्री और बेहतर वृद्धि अनुमानों के चलते सेवा क्षेत्र में भर्ती में पर्याप्त बढ़ोतरी हुई. सर्वेक्षण में कहा गया कि 14 वर्षों में रोजगार सृजन की दर सबसे मजबूत हो गई है.
मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स कितना रहा?
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की बात करें तो अगस्त महीने के लिए पीएमआई इंडेक्स फिसलकर 56.2 पर रहा. जुलाई के महीने में यह 56.4 रहा था. 50 के ऊपर का नंबर विस्तार और उससे कम संकुचन को दर्शाता है. ऐसे में अगस्त में मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी सकारात्मक तो रहा, लेकिन रफ्तार धीमी हुई. यह लगाता 14वां महीना रहा जब मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी में विस्तार देखने को मिला है. नए ऑर्डर से डिमांड में उछाल देखने को मिल रहा है.