स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने हाल में स्टील का रिकॉर्ड उत्पादन किया. हालांकि, स्टील की कीमतों में पिछले कुछ महीनों में गिरावट देखी गई है. बावजूद सेल ने शानदार मुनाफा कमाया है. कंपनी ने मार्च में समाप्त तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया. कंपनी को पिछले साल वैल्यू एडेड प्रोडक्शन में 12-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.

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सेल के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी का कहना है कि स्टील सेक्टर में बीते पांच-छह महीने काफी उतार-चढ़ाव देखा गया है. कीमतें घटी हैं. कीमतों में कमी को आप ऐसे समझ लीजिए कि स्टील की जो कीमत अक्टूबर में मिलती थी, मार्च की कीमत में उसकी तुलना में 3500 रुपये का अंतर आ गया. इसके बावजूद हमने तीसरी तिमाही और चौथी तिमाही में अच्छा मुनाफा कमाया. 

चौधरी कहते हैं कि तीसरी तिमाही में हमारा मुनाफा (PBT) 950 करोड़ रुपये था. इसी तरह हमने चौथी तिमाही में करीब 700 करोड़ रुपये का मुनाफा दिया. उन्होंने कहा कि कीमतों में गिरावट के बावजूद हम इसलिए मुनाफा में रहे, क्योंकि हमने अपने ऑपरेशनल पैरामीटर्स में काफी सुधार लाया और लागत यानी कॉस्ट को कम किया.

चौधरी कहते हैं कि स्टील इंडस्ट्रीज में वॉल्यूम एक अहम हिस्सा है. इसमें अगर हम वॉल्यूम को बढ़ा दें तो हम कॉस्ट को नीचे ला सकते हैं. उन्होंने कहा कि बीते वर्ष में अंतिम दो महीने हमारे लिए काफी अहम रहा, इस दौरान हमने 2.950 मिलियन टन का प्रोडक्शन किया. इस साल भी हमने अपने कर्मचारियों से कॉस्ट ऑफ प्रोडक्शन करने को कहा है. इसके लिए हमने काम करना शुरू कर दिया है. 

चेयरमैन का कहना है कि हमने इस साल भिलाई संयत्र के लिए उत्पादन लक्ष्य 6.2 मिलियन टन का लक्ष्य रखा है. हमें उम्मीद है कि हम इससे ज्यादा कर पाएंगे. कंपनी का जोर हाई वैल्यू प्रोडक्ट पर होगा. हम टीएमटी कम बनाएंगे.