डॉलर के मुकाबले रुपए में गुरुवार को रिकवरी देखने की मिल रही है. रुपया डॉलर के सामने 22 पैसे मजबूत 79.68 पर खुला, जो हफ्तेभर के सबसे ऊंचा स्तर है. खास बात यह है कि रुपए में रिकवरी ऐसे समय में लौटी है, जब दुनियाभर की बड़ी करेंसीज में कमजोरी देखने को मिल रही है, क्योंकि डॉलर इंडेक्स 20 साल के सबसे ऊपरी स्तर पर ट्रेड कर रहा है. 

रुपए में मजबूती के ट्रिगर्स

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रुपए में लौटी रिकवरी के पीछे कई ट्रिगर्स हैं. विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी FIIs की घरेलू बाजार में वापसी से रुपए को सपोर्ट मिल रहा है. RBI की डॉलर की बिकवाली से भी रुपए  को सपोर्ट मिल रहा है. दुनियाभर के अन्य करेंसीज की बात करें तो ब्रिटिश पाउंड, चीन का युआन और जापान का येन डॉलर के मुकाबले सबसे ज्यादा कमजोर हुए हैं. डॉलर के मुकाबले यूरो 20 साल, येन 24 साल और ब्रिटिश पाउंड 37 साल के निचले स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं. चीन का युआन भी 2 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है. बता दें कि डॉलर के मुकाबले रुपए ने 29 अगस्त को पहली बार रिकॉर्ड निचला स्तर 80 के पार पहुंच गया था. 

रुपए में मजबूती का असर

हालांकि, रुपए में रिकवरी से इम्पोर्टेड सामान सस्ता होगा, जिसमें कच्चा तेल (Crude Oil), सोना (Gold) शामिल हैं. क्योंकि इनकी कीमतें इंटरनेशनल मार्केट में डॉलर में तय होती है. इसके अलावा इंपोर्ट करने वाली कंपनियों के मार्जिन पर भी असर देखने को मिलेगा. लेकिन रुपए के मजबूत होने फायदे के साथ-साथ नुकसान भी हैं. इसका असर सीधे इकोनॉमी पर भी पड़ता है. मजबूत रुपए से एक्सपोर्ट पर असर पड़त है. बता दें कि भारत से कल पुर्जे, चाय, कॉफी, चावल, मसाले, समुद्री उत्पाद, मीट जैसे प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट होता है.

कमोडिटी बाजार का हाल

कमोडिटी बाजार का हाल देखें तो सोने में दायरें में कारोबार देखने को मिल रहा है. MCX पर सोना हल्की मजबूती के साथ 50500 रुपए प्रति 10 ग्राम पप करोबार कर रहा है. जबकि चांदी में आधे फीसदी की तेजी है. MCX पर चांदी का भाव 54300 रुपए प्रति किलोग्राम के पार ट्रेड कर रहा है. इंटरनेशनल मार्केट में भी चांदी में सवा फीसदी की मजबूती है, कॉमेक्स पर भाव 18.50 डॉलर के पार पहुंच गया है, जबकि सोना 1730 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है.