सोमवार, 1 जुलाई से कई नियमों में बदलाव किया गया है. डिजिटल पैसे ट्रांसफर से लेकर होम लोन तक कई बड़े बदलाव हुए हैं. इन बदलावों का आम आदमी के जीवन पर सीधा-सीधा असर पड़ेगा. 

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RBI ने RTGS और NEFT से पैसा ट्रांसफर करने में लगने वाले शुल्क को खत्म कर दिया है. NEFT में 2 लाख रुपये तक का पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं, जबकि आरटीजीएस में 2 लाख रुपये से अधिक पैसा ट्रांसफर किया जाता है.

भारतीय स्टेट बैंक ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती की है. छोटी बचत योजनाओं के ब्याज को रेपो रेट से जोड़ दिया गया था. इससे पीपीएफ और एनएससी जैसी योजनाओं पर कम ब्याज मिलेगा. पीपीएफ पर सालाना ब्याज 8 फीसदी से घटकर 7.9 फीसदी हो गया है. साथ ही होम लोन की दर भी कम हो जाएगी. 

 

बढ़ जाएगा वेतन

आज से करीब 3.6 करोड़ सरकारी कर्मचारियों की टेक होम सैलरी बढ़ जाएगी. क्योंकि ईएसआई के स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम में अंशदान को कम कर दिया गया है. अब कंपनियों और कर्मचारियों का अंशदान घटकर 4 फीसदी हो गया है. 

कार कंपनियों ने दाम बढ़ाए

महिंद्रा और मारुति ने अपनी कारों के दाम बढ़ा दिए हैं. महिंद्रा ने अपनी गाड़ियों के दामों में 36,000 रुपये तक का इजाफा किया है. इस तरह मारुति ने डिजायर गाड़ी अब 12,690 रुपये महंगी हो जाएगी.

रसोई गैस सिलेंडर हुआ सस्ता

सरकार ने बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के दाम 100.50 रुपये कम कर दिए हैं. दिल्ली में घरेलू इस्तेमाल का गैर सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर 637 रुपये में मिलेगा. 

नए बदलाव का इन चीजों पर होगा असर-

RTGS और NEFT से पैसा ट्रांसफर करना हुआ सस्ता.

फंड ट्रांसफर पर आरबीआई कोई चार्ज नहीं लेगा.

रसोई घर का गैस सिलेंडर की दरें भी कम हुई हैं.

एसबीआई का होम लोन रेट आरबीआई के रेपो रेट से लिंक.

SBI होम लोन हुआ सस्ता, छोटी बचत योजनाओं मिलेगा कम ब्याज.

मुंबई में बेस्ट की बसों का किराया हुआ सस्ता. 

ESI के स्वास्थ्य बीमा में अंशदान को कम कर दिया गया है.

कार निर्माता कंपनियों ने नई कारों का दामों में इजाफा किया है.

बीमा कंपनियां अपने ग्राहकों को उनकी पॉलिसी के स्टेटस के बारे में जानकारी देगी.