रीयल एस्टेट सेक्टर 650 अरब डॉलर का हो जाएगा, जीडीपी में हिस्सेदारी होगी दोगुनी
Real estate: नीति आयोग का कहना है कि हाल में पेश अंतरिम बजट दिखाता है कि सरकार इस चीज को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगी कि रीयल एस्टेट क्षेत्र का और विकास हो ताकि अर्थव्यवस्था में उसका योगदान और बढ़े.
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने शुक्रवार को कहा कि देश का रीयल एस्टेट बाजार वर्ष 2040 तक पांच गुणा बढ़कर 650 अरब डॉलर का हो जाने की संभावना है. उन्होंने उम्मीद जताई कि 2040 तक देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में रीयल स्टेट कारोबार की हिस्सेदारी भी दोगुनी हो जाएगी. मौजूदा समय में इसकी हिस्सेदारी सात प्रतिशत है.
सरकार कदम उठाएगी
इंडिया सोथेबाइज इंटरनेशनल रीयल्टी की ओर से आयोजित एक वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा, "सरकार रीयल एस्टेट क्षेत्र और उससे जुड़े सभी आयामों को लेकर प्रतिबद्ध है. सरकार इस क्षेत्र में हो रही चीजों और अर्थव्यवस्था में इस उद्योग के योगदान से अवगत है." कुमार ने कहा कि हाल में पेश अंतरिम बजट दिखाता है कि सरकार इस चीज को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगी कि रीयल एस्टेट क्षेत्र का और विकास हो ताकि अर्थव्यवस्था में उसका योगदान और बढ़े.
जीडीपी में रीयल एस्टेट क्षेत्र
इस क्षेत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए कुमार ने कहा कि वर्तमान में देश के जीडीपी में रीयल एस्टेट क्षेत्र का योगदान सात प्रतिशत का है और 2040 तक यह आंकड़ा दोगुना होने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि देश का रीयल एस्टेट बाजार 120 अरब डॉलर का है, जिसके 2040 तक बढ़कर 650 अरब डॉलर का हो जाने की संभावना है.
फाइल फोटो
कुमार ने कहा कि उस उद्योग में फिलहाल 5.5 करोड़ लोग कार्यरत हैं और यह संख्या बढ़कर 6.6 करोड़ हो सकती है. कुमार ने कहा, "यह क्षेत्र अर्थव्यवस्था का ह्रदय है. यह 200 अन्य उद्योगों से जुड़ा हुआ है."
(इनपुट एजेंसी से)