भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 15 नवंबर को सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद के जरिये आर्थिक प्रणाली में 12,000 करोड़ रुपये की नकदी डालने की घोषणा की है. केंद्रीय बैंक ने बयान में कहा कि मौजूदा स्थिति और आगे चलकर टिकाऊ तरलता की जरूरत को देखते हुए रिजर्व बैंक ने मुक्त बाजार परिचालन के तहत सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद का फैसला किया है. इसके तहत केंद्रीय बैंक 15 नवंबर को 120 अरब रुपये की नकदी प्रणाली में डालेगा. 

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ओएमओ परिचालन से आईएलएंडएफएस समूह की कंपनियों द्वारा भुगतान में कई बार चूक की वजह से पैदा हुई नकदी की कमी की स्थिति से उबरने में मदद मिलेगी. पात्र भागीदार रिजर्व बैंक के कोर बैंकिंग समाधान (ई-कुबेर) प्रणाली पर 15 नवंबर को इलेक्ट्रॉनिक फार्मेट में अपनी पेशकश जमा कर सकते हैं. नीलामी के परिणाम उसी दिन घोषित किए जाएंगे. सफल भागीदारों को भुगतान उसके अगले दिन किया जाएगा.

अक्टूबर के दूसरे एवं तीसरे सप्ताह में पहली दो खेप बाजार में डाली जा चुकी है. रिजर्व बैंक बाजार में नकदी की अधिकता हो जाने की स्थिति में प्रतिभूतियों की बिक्री कर बाजार से तरलता को सोखता है. यदि नकदी की कमी हो जाए तब रिजर्व बैंक बाजार से प्रतिभूतियों की खरीद कर तरलता को बढ़ाता है. ओएमओ एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके जरिये रिजर्व बैंक बाजार में तरलता का प्रबंधन करता है.

एजेंसी इनपुट के साथ