RBI Policy: झूमने को तैयार है रियल एस्टेट सेक्टर! 6 दिसंबर के फैसले पर टिकी नजरें- क्या होम बायर्स को मिलेगी गुड न्यूज?
RBI Monetary Policy 2024 Decision: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक आज यानि 4 दिसंबर से शुरू हो चुकी है, जिसके नतीजे 6 दिसंबर को आएंगे. रॉयटर्स के सर्वे के मुताबिक, ज्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार भी रेपो रेट 6.50% को स्थिर रखा जाएगा.
RBI Monetary Policy 2024 Decision: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक 6 दिसंबर को रियल एस्टेट सेक्टर के लिए अच्छी खबर लेकर आ सकती है. बीते दो साल रियल एस्टेट सेक्टर्स और अपना घर बनाने की चाह रखने वाले होम बायर्स के लिए बेहद अच्छे रहे हैं. इस दौरान रियल एस्टेट सेक्टर में अच्छा बूम देखा गया. इस सेक्टर में निवेश करने वाले को भी अच्छा मुनाफा हुआ है. अब एक बार फिर रिजर्व बैंक के फैसले पर लाखों लोगों की नजरे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार RBI Repo rate कटौती कर सकता है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक आज यानि 4 दिसंबर से शुरू हो चुकी है, जिसके नतीजे 6 दिसंबर को आएंगे. रॉयटर्स के सर्वे के मुताबिक, ज्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार भी रेपो रेट 6.50% को स्थिर रखा जाएगा. इसके पीछे मुख्य वजह अक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति का 6% से ऊपर जाना है. हालांकि, डेवलपर्स और निवेशकों की नजरें इस फैसले पर टिकी हैं कि रेपो रेट में बदलाव होता है या नहीं, क्योंकि रियल एस्टेट सेक्टर को सीधे इससे फायदा हो सकता है.
इस बार भी रेट कट की उम्मीद कम
एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा आर्थिक स्थिति में फरवरी 2025 से पहले राहत की संभावना कम है. बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस का कहना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं और मुद्रास्फीति के संभावित प्रभाव को देखते हुए रेपो रेट में बदलाव फिलहाल मुश्किल है. मतलब रेपो रेट 6.50% पर स्थिर रहेगा. हालांकि, निकट भविष्य में इसमें कटौती हो सकती है.
रियल एस्टेट सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा?
गौड़ ग्रुप के सीएमडी और क्रेडाई NCR के प्रेसीडेंट मनोज गौड़ का कहना है, रेपो रेट स्थिर रहने से बाजार में स्थिरता और विश्वास बढ़ेगा. ये रियल एस्टेट सेक्टर के लिए उत्साहवर्धक होगा. वहीं, सिग्नेचर ग्लोबल के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल का कहना है, फरवरी 2023 से 6.5% पर रेपो रेट को बनाए रखने की मजबूत नीति वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता प्रदान कर रही है. जबकि महंगाई दबाव लगातार बना हुआ है. हालांकि, ब्याज दरों में कटौती से मांग बढ़ेगी और सेक्टर को मजबूती मिलेगी. काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी का कहना है कि दिसंबर तिमाही में ब्याज दरों में कटौती की संभावना पर फोकस है. सिर्फ लग्जरी हाउसिंग ही नहीं बल्कि पूरे सेक्टर पर इस फैसले का असर होगा. एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा का मानना है कि यह फैसला सिर्फ रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के घर खरीदारों के लिए भी महत्वपूर्ण है. खासकर किफायती आवास क्षेत्र में यह कदम मांग को बढ़ा सकता है.
क्या चाहता है रियल एस्टेट सेक्टर?
सनड्रीम ग्रुप के सीईओ हर्ष गुप्ता के मुताबिक, रेपो रेट में कटौती रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक बेहद सकारात्मक कदम साबित हो सकता है. वहीं, रहेजा डेवलपर्स के वाइस प्रेजिडेंट,मोहित कालिया का कहना है कि मौजूदा समय में, जब रियल एस्टेट की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, ऐसे में ब्याज दरों में कमी से बाजार को स्थिरता मिलेगी. स्पेक्ट्रम मेट्रो के वाइस प्रेजीडेंट सेल्स व मार्केटिंग अजेंद्र सिंह का मानना है कि रेपो रेट में कटौती स्थिरता अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है, लेकिन मुद्रास्फीति के दबाव को देखते हुए उन्हें दरों में और कमी की उम्मीद है. संचित भूटानी, एमडी, ग्रुप 108 ने कहा, अगर आरबीआई रेपो दर में कटौती की घोषणा करता है, तो रियल एस्टेट क्षेत्र में मांग बढ़ेगी और तेजी से विकास होगा.
तिरस्या एस्टेट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर रविंद्र गांधी ने कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर ने पिछले दो साल में अच्छा उछाल देखा है. इसकी बड़ी वजह है कि आरबीआई की मौद्रिक समिति ने इस क्षेत्र के प्रति सकारात्मक रुख दिखाया है. क्रीवा और कनोडिया ग्रुप के फाउंडर डॉ. गौतम कनोडिया का कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि देखने को मिल रही है, जो घरों की बढ़ती मांग से सपोर्ट हो रही है. इसलिए, हमें उम्मीद है कि रेपो रेट में कमी हो सकती है.
सेक्टर के दिग्ग्जों को उम्मीद
एचसीबीएस डेवलपमेंट के ग्रुप मैनेजिंग डायरेक्टर सौरभ सहारन के मुताबिक, हम उम्मीद करते हैं कि इस बार आरबीआई रेपो रेट में कुछ कटौती कर सकता है. अगर आरबीआई दरों में कटौती करता है तो रियल एस्टेट सेक्टर में और भी तेजी आएगी. रॉयल एस्टेट ग्रुप के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर पीयूष कंसल का कहना है आरबीआई 6 दिसंबर को दरों में कटौती करता है तो इसका सीधा लाभ रियल एस्टेट सेक्टर को मिलेगा. एक्सेंशिया इन्फ्रा के डायरेक्टर मानित सेठी का कहना है कि स्थिरता रियल एस्टेट क्षेत्र में सभी स्टेकहोल्डर्स के लिए फायदेमंद होगी और मेट्रो सिटीज ही नहीं टियर 2 व 3 शहरों में रियल एस्टेट विकास को प्रोत्साहित करेगी.
ओकस ग्रुप के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर प्रकाश मेहता ने बताया कि आरबीआई ने लंबे समय से रेपो रेट को स्थिर रखकर यह साफ किया है वह उपभोक्ताओं के हित में काम कर रहा है. ट्राईसोल रेड डायरेक्टर सेल्स सौरव शर्मा के मुताबिक, रेपो रेट में कटौती से इस सेक्टर को बढ़ावा मिल सकता है, जिससे घर के स्वामित्व में वृद्धि होगी. एस्कॉन इंफ्रा रियल्टर के एमडी नीरज शर्मा के मुताबिक, रेपो रेट में कटौती से उधार लेने की लागत कम हो सकती है, इससे घर खरीदने वालों को प्रोत्साहन मिलेगा और निवेश आकर्षित होगा. राजदरबार वेंचर्स की निदेशक नंदनी गर्ग का कहना है कि संभावित दर में कटौती यह सुनिश्चित करेगी कि रियल एस्टेट क्षेत्र विकास की तेज गति के साथ आगे बढ़े.