NBFC में लिक्विडिटी की स्थिति सुधारने के लिए RBI का बड़ा फैसला, ₹5000 करोड़ जारी किए
RBI: आरबीआई के एक बयान के अनुसार, यह राशि 31 जनवरी से 6.50 फीसदी की मौजूदा रेपो रेट (Repo Rate) पर उपलब्ध होगी.
RBI: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने घोषणा की कि उसने स्थायी लिक्विडिटी सुविधा के तहत स्टैंडअलोन प्राइमरी डीलर्स (SPDs) को 5,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराने का फैसला किया है. आरबीआई के एक बयान के अनुसार, यह राशि 31 जनवरी से 6.50 फीसदी की मौजूदा रेपो रेट (Repo Rate) पर उपलब्ध होगी.
केंद्रीय बैंक ने कहा कि राशि जारी करने का निर्णय मौजूदा और उभरती लिक्विडिटी स्थितियों के आकलन पर आधारित है. इंडिविजुअल एसपीडी के लिए इंक्रीमेंटल लिमिट उन्हें अलग से बताई जा रही है. सुविधा के अन्य सभी नियम और शर्तें अपरिवर्तित रहेंगी.
ये भी पढ़ें- Dividend Stock: कमजोर बाजार में आई खुशखबरी, 100% तक डिविडेंड देगी ये 2 कंपनियां, जान लें अकाउंट में कब आएंगे पैसे
क्या हैं प्राइमरी डीलर्स
प्राइमरी डीलर एक आरबीआई-रजिस्टर्ड यूनिट है जो सरकारी प्रतिभूतियों (Government Securities) को खरीदने और बेचने के लिए अधिकृत है. स्टैंडअलोन प्राइमरी डीलर या तो बैंकों की सहायक कंपनियां हैं या कंपनी अधिनियम के तहत शामिल संस्थाएं हैं और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों के रूप में रजिस्टर्ड हैं.
ये भी पढ़ें- Agri Business Idea: ये खेती 3 महीने में किसानों को बना देगी मालामाल, जानिए कैसे करें यह मुनाफे वाली खेती