वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से अर्थव्यव्यवस्था में जान फूंकने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank of India) के गवर्नर शक्तिकांता दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कोरोना संकट में बैंकों की मौजूदा हालात पर नजर बनाए हुए हैं. कदम-कदम पर फैसले लिए जा रहे हैं. कोरोना वायरस की वजह से ग्लोबल इकोनॉमी की रफ्तार सुस्त हुई है. लेकिन, भारत की GDP को लेकर अब भी सकारात्मक है. G20 देशों में ये सबसे बेहतर स्थिति है. संकट की वजह से भारत की GDP 1.9 की रफ्तार से बढ़ेगी. दुनिया में 9 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कृषि क्षेत्र टिकाऊ है

शक्तिकांता दास ने कहा- मैं अपनी 150 ऑफिसर, स्टाफ की टीम की सराहना और शुक्रियादा करना चाहूंगा, जो क्वॉरनटाइन में अपने परिवार से दूर हैं और 24 घंटे काम पर हैं ताकि जरूरी सेवाएं चलती रहें. हम हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. शक्तिकांत दास ने कहा IMF ने इस बात का अनुमान लगाया है कि दुनिया में सबसे बड़ी मंदी आने वाली है, जो कि खतरे की घंटी है. कई देशों में आयात और निर्यात में भारी गिरावट देखने को मिली है. लेकिन, इस बीच भी हमारा कृषि क्षेत्र टिकाऊ है, हमारे पास बफर स्टॉक है. इस साल मॉनसून की बारिश अच्छा रहने का अनुमान है. फरवरी में ट्रैक्टर की बिक्री में अच्छी बढ़त हुई थी.

कच्चे तेल की गिरावट का मिलेगा फायदा

आरबीआई गवर्नर ने कहा मार्च 2020 में निर्यात में भारी गिरावट आई है, इसके बावजूद विदेशी मुद्रा भंडार 476 अरब डॉलर का हैं, जो 11 महीने के आयात के लिए काफी है. दुनिया में कच्चे तेल के दाम लगातार घट रहे हैं, जिससे फायदा हो सकता है. लॉकडाउन की वजह से लगभग सभी तरह के काम-धंधे बंद पड़े हैं. दुनिया भर के केंद्रीय बैंक अपनी इकोनॉमी को बचाने के लिए एक्टिव हैं और रिजर्व बैंक भी इस मामले में पीछे नहीं है.

वित्तीय हालातों पर नजर है

RBI गवर्नर ने उन सभी विभागों को सलाम किया जो कोरोना से लड़ाई के लिए फील्ड में हैं. उन्होंने कहा कि 1929 के बाद यह देश में सबसे बड़ी आर्थिक गिरावट है. शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वित्तीय हालत पर हमारी पूरी नजर है. RBI गवर्नर ने कहा कि मुश्किल घड़ी में सब एक साथ मिलकर लड़ रहे हैं.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

रिवर्स रेपो रेट 0.25 फीसदी घटाया

आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट में कटौती की है. बैंक ने रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की. इस कटौती के बाद रिवर्स रेपो रेट 4 फीसदी से घटकर 3.75 फीसदी रह गया. रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है.