RBI MPC Meeting: भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट (Repo Rate) में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया गया है. इसी के साथ रिजर्व बैंक ने मॉनिटरी पॉलिसी (RBI Monetary Policy) के दौरान महंगाई पर दर पर भी अपने अनुमान को बताया है. रिजर्व बैंक के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए महंगाई दर को 6.7 फीसदी पर ही बरकरार रखा है. मॉनिटरी पॉलिसी के दौरान रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने महंगाई पर चिंता जताते हुए कहा कि ग्लोबल स्तर पर महंगाई चिंता का विषय है और भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी महंगाई का असर पड़ रहा है. हालांकि शक्तिकांत दास ने आगे ये भी कहा कि करेंट अकाउंट डेफिसिट को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है. 

FY23 में महंगाई दर 6.7 फीसदी पर बरकरार

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RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने वित्त वर्ष 2022-23 में महंगाई दर को 6.7 फीसदी पर बरकरार रखा है. उन्होंने कहा, महंगाई के मोर्चे पर अनिश्चितताएं अभी भी बनी हुई हैं. FY23 की दूसरी तिमाही में महंगाई 7.1 फीसदी संभव है. FY23 की दूसरी तिमाही में महंगाई 6.4 फीसदी और FY23 की चौथी तिमाही में महंगाई 5.8 फीसदी संभव है. वहीं FY24 की पहली तिमाही में महंगाई 5 फीसदी संभव है.

 

 

बैंकों के क्रेडिट ग्रोथ में बढ़ोतरी

 

मॉनिटरी पॉलिसी में RBI की ओर से ये भी बयान दिया गया है कि बैंकों के क्रेडिट ग्रोथ में सालाना 14 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. वहीं बेहतर मॉनसून से ग्रामीण मांग में बढ़ोतरी संभव है. इसके अलावा सप्लाई बढ़ने से खाने के तेल की कीमतों में आगे भी कमी देखने को मिल सकती है. 

FY23 Q2 में GDP ग्रोथ 6.2% संभव

वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी का अनुमान बताने के दौरान रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही, तीसरी तिमाही और चौथी तिमाही के लिए भी अलग-अलग जीडीपी ग्रोथ के अनुमान की घोषणा की है. 

मॉनिटरी पॉलिसी (RBI Monetar Policy) की बैठक के दौरान रिजर्व बैंक ने FY23 की दूसरी तिमाही में GDP ग्रोथ 6.2 फीसदी होने की संभावना लगाई है. हालांकि पहली तिमाही के लिए ग्रोथ 16.2% हो सकती है. इसके अलावा FY23 की तीसरी तिमाही में GDP ग्रोथ 4.1% होने की संभावना है और चौथी तिमाही में GDP ग्रोथ 4% होने की संभावना जताई है.