RBI MPC Meeting: अगर आप होम लोन या किसी दूसरे तरीके का लोन लेने की तैयारी में है तो अप्रैल महीने में आपके लिए एक बार और लोन महंगा पड़ सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अप्रैल में एक बार फिर रेपो रेट में इजाफा कर सकता है. बता दें इस बार भी रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया जा सकता है. हालांकि अर्थशास्त्रियों का मानना है कि सेंट्रल बैंक वित्त वर्ष 24 (FY24) की तीसरी तिमाही के अंत तक रेपो रेट को घटा सकती है. बता दें कि मंगलवार को आरबीआई के अधिकारियों ने अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में ये सुझाया गया कि इस बार भी केंद्रीय बैंक रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर सकता है. 

महंगा हो जाएगा लोन!

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अगर आरबीआई की ओर से रेपो रेट में इजाफ होता है तो जाहिर सी बात है कि सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे. बता दें कि अभी तक भारतीय रिजर्व बैंक रेपो रेट में 250 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर चुका है और बैंक ने मई 2022 से रेपो रेट को बढ़ाना शुरू किया था. रेपो रेट में बढ़ोतरी की वजह से होम लोन लेने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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अगले महीने फिर लगेगा बढ़ती EMI का झटका? रेपो रेट में 0.25% की हो सकती है बढ़ोतरी

3 दिन की होती है बैठक

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अगले वित्त वर्ष 2023-24 के लिए मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की बैठकों का शेड्यूल जारी कर दिया है. आरबीआई की एमपीसी की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए अगले वित्त वर्ष में 6 बैठकें होंगी. अगले वित्त वर्ष की पहली बैठक 3 से 6 अप्रैल को होगी.केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ब्याज दर तय करने वाली समिति की अगले वित्त वर्ष की पहली बैठक तीन से छह अप्रैल को होगी. मौजूदा घरेलू और आर्थिक स्थितियों पर एमपीसी के विचार-विमर्श के बाद आरबीआई गवर्नर द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हैं. बैठक तीन दिन की होती है.

ये है पूरे साल का शेड्यूल

तीसरी बैठक 8 से 10 अगस्त, चौथी बैठक 4 से 6 अक्टूबर और पांचवीं 6 से 8 दिसंबर को होगी. एमपीसी की छठी द्विमासिक बैठक 6 से 8 फरवरी, 2024 को होगी. आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली समिति, जिसमें केंद्रीय बैंक के दो प्रतिनिधि और तीन बाहरी सदस्य शामिल हैं, इन बैठकों के दौरान मौजूदा घरेलू और आर्थिक स्थितियों पर विचार-विमर्श करेगी, जो तीन दिनों तक आयोजित की जाती हैं.