RBI Monetary Policy: केंद्रीय रिजर्व बैंक गुरुवार को बेंचमार्क पॉलिसी (RBI Benchmark Policy) पर अपनी नीति की घोषणा करने वाला है. मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (MPC Meeting) की बैठक शुरू हुई है. रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय एमपीसी की बैठक के नतीजों की घोषणा 8 जून यानी कल होगी. मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि विशेषज्ञों का अनुमान है कि खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) के मोर्चे पर राहत मिलने के बाद रिजर्व बैंक आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखेगा. अप्रैल में पिछली एमपीसी बैठक में रिजर्व बैंक ने नीतिगत दर में बढ़ोतरी का सिलसिला रोक दिया था. इससे पहले महंगाई पर लगाम लगाने के लिए केंद्रीय बैंक ने मई, 2022 से रेपो दर ढाई प्रतिशत बढ़ाई थी.

कब होगी नीतिगत दरों पर घोषणा?

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रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक के तीसरे दिन सुबह में 10 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं, जिसमें वो बेंचमार्क पॉलिसी की घोषणा करते हैं. इसके बाद दोपहर में 12 बजे एक पोस्ट पॉलिसी प्रेस कॉन्फ्रेंस होती है, जिसमें वो और आरबीआई के दूसरे अधिकारी मीडिया के सवालों का जवाब देते हैं.

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कहां देख सकते हैं LIVE Press Conference?

आरबीआई गवर्नर के मॉनेटरी पॉलिसी स्टेटमेंट का आरबीआई के यूट्यूब चैनल पर सीधा प्रसारण भी होता है. इसे ट्विटर पर भी शेयर किया जाता है. यूट्यूब का लिंक लाइव हो गया है, आप कल 10 बजे से इसपर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का संबोधन लाइव देख सकेंगे.

10 बजे का प्रसारण: https://www.youtube.com/live/E_mXqRBy4V4?feature=share

12 बजे की प्रेस कॉन्फ्रेंस: https://www.youtube.com/watch?v=E_mXqRBy4V4

इसके अलावा आप Zee Business के LIVE TV पर भी इसका प्रसारण देख सकते हैं: https://www.zeebiz.com/hindi/live-tv

RBI के स्टांस पर क्या है अनुमान?

Oxford Economics का कहना है कि आरबीआई इस वर्ष की चौथी तिमाही में नीतिगत दर में कटौती कर सकता है. पूर्वानुमान लगाने वाली ग्लोबल कंपनी ने कहा है कि कई ऐसे फैक्टर्स हैं जिनके चलते केंद्रीय बैंक अपने रुख को अधिक उदार कर सकता है. ऑक्सफोर्ड इकनॉमिक्स ने कहा कि इंफ्लेश पहले ही नरम हो रहा है और उपभोक्ता महंगाई को लेकर अनुमान नीचे आ रहा है.  फर्म ने भारत के लिए अपनी राय के अपडेट करते हुए कहा कि 2023 की चौथी तिमाही में रिजर्व बैंक की ओर से पहली ब्याज दर कटौती हो सकती है. 

उसने कहा कि एमपीसी सबसे पहले यह देखेगी कि इंफ्लेशन उसके लक्ष्य के मध्य में स्थिर हो रही है. उसके बाद वह अपने रुख में बदलाव लाएगी. हमारा मानना है कि यह साल के अंत से पहले होगा. पीएमआई (परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स) आंकड़े, जीएसटी संग्रह जैसे आर्थिक संकेतक यह दिखाते हैं कि भारत में गतिविधियां अभी मजबूत हैं.

(एजेंसी से इनपुट के साथ)

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