अगर आप होम लोन या कार लोन की ईएमआई दे रहे हैं या लोन लेकर घर खरीदने वाले हैं तो आपकी नजर भी RBI की मौद्रिक नीति समीक्षा पर होगी. RBI ब्‍याज दरें घटाता है या स्थिर रखता है इसकी घोषणा बस कुछ ही समय में की जाएगी. यह चालू वित्‍त वर्ष में भारतीय रिजर्व बैंक की आखिरी द्वैमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा होगी. आपको बता दें कि इससे पहले की मौद्रिक नीति समीक्षा में भी ब्‍याज दरों को अपरिवर्तित रखा गया था.

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दरों में बदलाव की संभावना है कम: SBI ईकोरैप

एसबीआई ईकोरैप ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि  RBI के फरवरी में अपने रुख में बदलाव करने की उम्मीद है हालांकि, दरों में बढ़ोतरी की संभावना कम ही है. रिपोर्ट के अनुसार, दरों में पहली कटौती अप्रैल 2019 में की जा सकती है. हालांकि, अगर बैंक 7 फरवरी को दर में 0.25 फीसदी की कटौती करता है तो  हैरानी नहीं होगी.

ये हैं मौजूदा पॉलिसी रेट्स

रिजर्व बैंक की रेपो रेट अभी 6.50 फीसदी है. RBI ने 1 अगस्त 2018 को रेपो रेट 0.25 फीसदी बढाकर 6.50 प्रतिशत कर दिया था. इसी दर पर वह बैंकों को एक दिन के लिए उधार देता है. इसके बढ़ने से बैंकों का कर्ज महंगा हो जाता है.

नियंत्रण में है महंगाई दर

एसबीआई ईकोरैप की रिपोर्ट के अनुसार, महंगाई दर काबू में है और इसे देखकर लगता है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दरों में कटौती कर सकता है. कारण बताते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि  महंगाई दर अब भी निचले स्तर पर बनी हुई और ग्रोथ रेट नरम है. दूसरा, जनवरी में क्रेडिट ग्रोथ में दूसरे पखवाड़े में गिरावट आई है. केंद्रीय बैंक ने पिछली तीन मॉनिटरी पॉलिसी मीटिंग में नीतिगत दर को अपरिवर्तित रखा है. इससे पहले इस वित्त वर्ष में दो बार 0.25-0.25 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी.