रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी रखने का ऐलान किया. ये लगातार 5वीं बार है, जब रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है. आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो रेट को 25 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 6.5 फीसदी किया गया था. महंगाई कंट्रोल में दिखाई दे रही है. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई दर 4 फीसदी पर लाने के लिए RBI का प्रयास जारी है. महंगाई लक्ष्य पर नजर बनी हुई है. मॉनेटरी पॉलिसी में महंगाई नियंत्रण ही प्राथमिकता रही. रिटेल महंगाई घटाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. 

FY24 में 5.40 फीसदी रहेगी महंगाई दर

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RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी पेश करते हुए कहा CPI अनुमानों में बदलाव नहीं FY24 के लिए रिटेल महंगाई दर का अनुमान 5.4 फीसदी पर कायम रखा है. Q1FY25 CPI अनुमान भी 5.2% पर बरकरार है. Q3FY25 CPI अनुमान 4.7% रखा है. हालांकि, इसे 4% पर लाने का टारगेट है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के बीच वित्त वर्ष 2024 में देश में रिटेल महंगाई दर स्थिर यानी 5.40 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. इससे पहले अगस्त 2023 में आरबीआई ने अपने महंगाई दर के अनुमान को 5.1 फीसदी से बढ़ाकर 5.40 फीसदी कर दिया था. FY24 के महंगाई दर अनुमान में बदलाव नहीं करना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि पिछले कुछ वक्त में खाने-पीने की चीजों के दाम में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है.

दिसंबर में बढ़ सकती महंगाई: गवर्नर

महंगाई पर दास ने कहा कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीतियों में बदलाव का असर महंगाई के आंकड़ों पर साफ दिखा है. खाद्य महंगाई दर में बढ़ोतरी चिंता का विषय है. सप्लाई चेन की वजह से खाद्य महंगाई दर बढ़ी है. खाने-पीने की चीजों के दाम में बढ़ोतरी का असर साफ तौर पर नवंबर और दिसंबर के आंकड़ों में भी दिख सकता है. RBI का मानना है कि FY24 की तीसरी तिमाही में महंगाई दर 5.6 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.20 फीसदी रह सकती है. अक्टूबर की बैठक के बाद महंगाई पर आरबीआई ने यह आंकड़े पेश किए थे. वहीं अगले वित्त वर्ष के लिए आरबीआई ने पहले तिमाही में महंगाई दर 5.20 फीसदी, दूसरी तिमाही में 4 फीसदी और तीसरी तिमाही में 4.70 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.