Post-budget RBI Board Meeting: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने मंदी को लेकर बड़ा बयान दिया है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक उतना गंभीर नहीं दिखता जितना छह महीने पहले था. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अब बात सॉफ्ट रिसेशन या सिर्फ स्लोडाउन की है. सॉफ्ट रिसेशन फिर भी कई देशों में आ सकता है. आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने आज अपनी पोस्ट-बजट बैठक की.

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आरबीआई गवर्नर ने कहा,  पिछले तीन साल के बाद कुछ समय पहले ही पॉजिटिव ट्रेजेक्टरी में आया है. ज्यादा समय तक नेगेटिव में रखना फाइनेंसियल स्टेबिलिटी के लिए सही नहीं है. स्टेक होल्डर कंसल्टेशन पर विचार करते है और आगे भी करते रहेंगे.  स्टेकहोल्डर कंसल्टेशनहाल ही में पेनल चार्जेस के लिए भी ड्राफ्ट सर्कुलर जारी करेंगे. ओवरसीज रेगुलेटर से रिप्लाई आने में समय लगता है, इस वजह से कई बार समय लगता है.

रिस्क देखकर रखा गया महंगाई का टारगेट

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि खुदरा महंगाई के अगले वित्त वर्ष (2023-24) में करीब 5.3% पर रहने का अनुमान है और कच्चे तेल की कीमतें कम होने पर इसमें और भी गिरावट आ सकती है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए मुद्रास्फीति का आकलन कच्चा तेल के 95 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहने की संभावना के आधार पर किया गया है.

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