बड़ी राहत: 3 महीने तक EMI नहीं चुकाने की मिली छूट, RBI ने मोराटोरियम पीरियड अगस्त तक बढ़ाया
देशभर में चल रहे कोरोना संकट के बीच आज आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने एक बार फिर रेपो रेट में कटौती की है. मोराटोरियम पीरियड (moratorium period) को भी 3 महीने के लिए बढ़ा दिया है. अब आपके पास लोन की किस्त चुकाने के लिए 31 अगस्त 2020 तक का समय है.
देशभर में चल रहे कोरोना संकट के बीच आज आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने एक बार फिर रेपो रेट में कटौती की है. आज प्रेस कॉफ्रेंस में RBI गवर्नर ने 40 बेसिस प्वॉइंट की कटौती कर दी है. इसके अलावा मोराटोरियम पीरियड (moratorium period) को भी 3 महीने के लिए बढ़ा दिया है. अब आपके पास लोन की किस्त चुकाने के लिए 31 अगस्त 2020 तक का समय है.
किस्त चुकाने में मिलेगी राहत
मार्च में भी ही आरबीआई (Resreve bank of india) ने तीन महीने के लिए मोराटोरियम की घोषणा की थी. इसको अब एक बार फिर से अगले तीन महीने तक के लिए बढ़ा दिया गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) आम जनता को कोरोना संकट से राहत देने के लिए मोराटोरियम पीरियड (मोहलत) को 3 महीनों के लिए बढ़ाया गया है.
देना होगा ब्याज
बता दें लोन की किस्त जमा करने में 31 अगस्त 2020 तक की छूट तो मिल गई है, लेकिन इतने दिनों तक किस्त अदा न करने पर भी लोगों को ब्याज देना होगा, क्योंकि आरबीआई ने फिलहाल ब्याज लेने से किसी भी बैंक को मना नहीं किया है.
EMI भुगतान में 3 महीने की मोहलत और
RBI ने लोन की किस्त (EMI) के भुगतान पर 3 महीने की अतिरिक्त छूट दे दी है. मतलब कि अगर आप अगले 3 महीने तक अपने लोन की EMI नहीं देते हैं तो बैंक आप पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं डालेगा. पहले यह छूट मार्च से मई तक दी गई थी. अब EMI भुगतान में छूट को अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है. कुल 6 महिने के लिए मोरेटोरियम पीरियड की व्यवस्था होगा. मोरेटोरियम पीरियड का ब्याज भुगतान 31 मार्च 2021 तक किया जा सकता है.
घटाया रेपो रेट
आरबीआई गवर्नर (RBI Governor Shaktikant Das) ने बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में 0.40 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है. इस फैसले से आम लोगों की EMI कम हो सकती है. इससे पहले RBI ने कोरोना संकट और लॉकडाउन के मद्देनजर कई राहत का ऐलान किए थे. रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की गई.
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RBI ने रिवर्स रेपो रेट 3.75 फीसदी से घटाकर 3.35 फीसदी कर दिया है. उन्होंने कहा, महंगाई दर अभी भी 4 फीसदी के नीचे रहने की संभावना है. लेकिन लॉकडाउन के वजह से कई सामानों की कीमत बढ़ सकती है.