RBI गवर्नर शक्तिकांता दास बोले- महंगाई के खिलाफ लड़ाई जारी, ब्याज दरों में बदलाव हमारे कंट्रोल में नहीं
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास बुधवार को CII के सालाना सम्मेलन में शामिल हुए. उन्होंने अपनी स्पीच में महंगाई, ब्याज दरों समेत बुरे फंसे लोन और आर्थिक स्थिति पर कई अहम बातें कही.
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास बुधवार को CII के सालाना सम्मेलन में शामिल हुए. उन्होंने अपनी स्पीच में महंगाई, ब्याज दरों समेत बुरे फंसे लोन और आर्थिक स्थिति पर कई अहम बातें कही. गवर्नर ने कहा कि ब्याज दरों में बदलाव हमारे कंट्रोल में नहीं है. यह फैसला MPC स्थिति को देखते हुए लेती है. महंगाई को लेकर उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ लड़ाई जारी है. मई में महंगाई दर अप्रैल के मुकाबले कमजोर रहने की उम्मीद है.
मजबूत स्थिति में भारतीय बैंकिंग सिस्टम
कार्यक्रम के दौरान RBI गवर्नर ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी पर जियोपॉलिटिकल दबाव दिख रहा है. राहत की बात यह है कि सप्लाई चेन की दिक्कतें कम होने से ग्लोबल ग्रोथ को सहारा मिल रहा है. उन्होंने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय बैंकिंग सिस्टम मजबूत स्थिति में है. गवर्नर ने कहा कि फाइनेंशियल सेक्टर की स्टेबिलिटी से ग्रोथ को सहारा मिल रहा है.
मजबूत आर्थिक ग्रोथ की संभावना
बैंकिंग क्रेडिट ग्रोथ 15.5% है. बैंकों का ग्रॉस NPA 4.4% है. बुरे फंसे लोन यानी NPA में कमी बैंकिंग सेक्टर की मजबूती को बता रहा है. FY23 में इकोनॉमिक ग्रोथ 7% से ज्यादा रहने की संभावना है. यह मौजूदा वित्त वर्ष यानी FY24 में इकोनॉमिक ग्रोथ 6.5% के करीब रहने की संभावना है.
एग्री और सर्विस सेक्टर का अच्छा प्रदर्शन
शक्तिकांता दास ने कहा कि देश का सर्विस सेक्टर काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. इसके अलावा एग्रीकल्चर सेक्टर में अच्छी ग्रोथ देखने को मिली. क्योंकि प्राइवेट कंपनियों की ओर से निवेश में तेजी देखी गई. हालांकि, एग्री सेक्टर के लिए अल नीनो चिंता का विषय बना हुआ है.
रिकॉर्ड स्तर पर रेमिटेंस
RBI गवर्नर ने अपनी स्पीच में कहा कि विदेशों से आ रहे रेमिटेंस रिकॉर्ड स्तर पर हैं. हालांकि, भारत को टेक्नोलॉजी में और ज्यादा निवेश की जरूरत है. तकनीक का दायरा बढ़ाने में अभी भी कई बाधाएं मौजूद हैं. आगे उन्होंने कहा कि सरकार को निजी सेक्टर से तकनीक में निवेश को लेकर काफी उम्मीदें हैं.
'फॉरेक्स मैनेजमेंट पर RBI एक्टिव'
RBI गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक का फोकस पर्याप्त लिक्विडिटी सुनिश्चित कराने पर है. उन्होंने कहा कि RBI ने रिजर्व बेहतर करने के लिए फॉरेक्स इनफ्लो का इस्तेमाल किया.
फॉरेक्स मैनेजमेंट पर सेंट्रल बैंक काफी एक्टिव है. इसके लिए हमारा फोकस एक्सचेंज रेट के स्टेबिलिटी पर है. ग्लोबल स्तर पर 18 देशों के साथ रुपए में ट्रेड को मंजूरी मिल चुकी है. इसके तहत 65 वॉस्ट्रो खाते रुपए में ट्रेड के लिए खोले गए.
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