RBI MPC Meeting: केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक यानी RBI की अगस्त MPC मीटिंग का अंतिम दिन रहा. MPC के सभी 6 सदस्यों ने ब्याज दरों स्थिर रखने के पक्ष में वोट दिया. इससे रेपो रेट 6.5% पर बरकरार रखा गया है. हालांकि, MPC के प्रेसिडेंट और RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई, GDP, कंपनियों की स्थिति समेत आर्थिक पहलुओं पर अहम जानकारी दी. इसके तहत 2000 रुपए के नोटों की वापसी पर भी जरूरी अपडेट दिया है. 

₹2000 के नोटों की वापसी से फायदा हुआ?

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RBI गवर्नर ने हर दो महीने में होनी वाली इस मीटिंग के फैसले में बताया कि सरप्‍लस लिक्विडिटी में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि 2000 रुपयए के नोट आने से लिक्विडिटी यानी नकदी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. बता दें कि लिक्विडिटी उस रकम को दर्शाती है जो तुरंत कर्ज को पूरा करने या निवेश के लिए इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध होती है. यह उपलब्ध नकद के स्तर को दर्शाता है. 

लिक्विडिटी बढ़ने से सरकारी खर्च और कैपिटल इनफ्लो में सुधार

RBI गवर्नर ने बताया कि हाल के महीनों में सिस्टम में सरप्लस लिक्विडिटी बढ़ी है. इसकी वजह बैंकिंग सिस्टम में 2000 रुपए के नोटों की वापसी है. नतीजतन, सरकार को सरप्लस ट्रांसफर से सरकारी खर्चे और कैपिटल इनफ्लो में रफ्तार मिली है. बता दें कि लिक्विडिटी एडजस्टमेंट फैसिलिटी (LAF) के तहत जून में कुल 1.7 लाख करोड़ और जुलाई में 1.8 लाख करोड़ रुपए वापस हुए.

अब तक कितने नोट हुए रिटर्न?

RBI ने बीते हफ्ते जानकारी दी थी कि 31 जुलाई तक 2000 रुपए वैल्यू करीब 88 फीसदी नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं. इनकी कुल वैल्यू लगभग 3.14 लाख करोड़ रुपए है, जो चलन से बाहर आ चुके हैं. बता दें कि केंद्रीय बैंक ने 19 मई को 2000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने का ऐलान किया था. जिनके पास 2000 रुपए के नोट हैं वे नजदीकी बैंक में 30 सितंबर, 2023 तक जमा कर सकते हैं. 

RBI MPC Meeting की बड़ी बातें

  • RBI ने ब्याज दर बिना बदलाव के 6.5% पर स्थिर रखी
  • Q2 का महंगाई दर अनुमान 5.2% से बढ़ाकर 6.2% किया
  • नकदी घटाने के लिए RBI का बड़ा कदम
  • बैंकों को NDTL में 10% ICRR मेंटेन करना होगा
  • FY24 का GDP ग्रोथ अनुमान 6.5% पर कायम, FY25 GDP अनुमान 6.6%
  • MPC का सर्वसम्मति से दरें स्थिर रखने के पक्ष में वोट
  • जैसी स्थिति बनेगी उस हिसाब से फैसला लेने के लिए तैयार
  • MPC के 6 में से 5 सदस्य अकोमोडेटिव रुख वापसी के पक्ष में
  • महंगी सब्जियों के चलते जुलाई-अगस्त में भी महंगाई ऊंची रहेगी
  • FY24 का CPI महंगाई अनुमान 5.4%