लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड की राजनीति में बड़ा भूचाल आया है. वहां के सत्‍ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की विधायक सीता सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. सीता सोरेन जेएमएम के संस्थापक और आदिवासी समाज के बड़े नेता माने जाने वाले शिबू सोरेन की बड़ी बहू हैं और पूर्व मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी हैं.

भाजपा पार्टी मुख्‍यालय में ली सदस्‍यता

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भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और झारखंड के चुनाव प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी और अन्य नेताओं की मौजूदगी में सीता सोरेन ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में भाजपा की सदस्‍यता ली. भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने सीता सोरेन को आदिवासी समाज की बड़ी और महत्वपूर्ण महिला नेता बताते हुए पार्टी में उनका स्वागत किया और साथ ही यह भी दावा किया कि उनके आने से पार्टी को आगामी चुनावों में झारखंड में फायदा होगा.

भाजपा में शामिल होने के बाद ये बोलीं सीता सोरेन

भाजपा में शामिल होने के बाद सीता सोरेन ने कहा कि झारखंड में जल, जंगल और जमीन की उपेक्षा हो रही है, लोगों का पलायन हो रहा है और राज्य की जनता बदलाव की मांग कर रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड को बचाने के लिए उन्होंने मोदी के परिवार (भाजपा) में शामिल होने का फैसला किया है.

शिबू सोरेन के दिवंगत बेटे की पत्‍नी हैं सीता सोरेन

बता दें कि सीता सोरेन ने मंगलवार को ही शिबू सोरेन को पत्र लिखकर पार्टी और परिवार छोड़ने की घोषणा कर दी थी. जेएमएम की महासचिव रहीं सीता सोरेन पार्टी के संस्थापक शिबू सोरेन के दिवंगत बेटे दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं. शिबू सोरेन को लिखे अपने इस्तीफे के पत्र में सीता सोरेन ने अपने पति दुर्गा सोरेन के निधन के बाद से ही उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि उनके खिलाफ एक बड़ी साजिश रची जा रही है.