RBI MPC Announcements: केंद्रीय रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी की घोषणा में आज बुधवार, 7 दिसंबर, 2022 को जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में कटौती कर दी. गवर्नर शक्तिकांत दास ने दो दिनों की मीटिंग के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त वर्ष 2023 के लिए सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि के अनुमान को 7% से घटाकर 6.8% पर कर दिया है. FY24 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.1% पर रह सकती है. 30 सितंबर को आई आखिरी मॉनेटरी पॉलिसी में आरबीआई कमिटी ने 2022-23 (अप्रैल-मार्च) के लिए जीडीपी ग्रोथ 7% और खुदरा महंगाई यानी रिटेल इंफ्लेशन 6.8% पर रखी थी. शक्तिकांत दास ने कहा कि मौजूदा हालात में 6.8% की ग्रोथ रेट बहुत अच्छी है, क्योंकि दुनिया के मौजूदा हालात में इतनी ग्रोथ बड़ी बात है.

लगातार पांचवी बार रेपो रेट बढ़ाया

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आज की घोषणा में RBI ने रेपो रेट में 35 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की है. मौद्रिक नीति समिति के छह सदस्यों में से पांच सदस्यों ने रेट बढ़ाने के पक्ष में वोट किया था.  रेपो रेट में 0.35% की बढ़ोतरी के साथ यह 5.90% से बढ़कर 6.25% हो गया है. छह में से चार सदस्य अकोमोडेटिव रुख वापस लेने के पक्ष में थे. यह लगातार पांचवी बार है, जब एमपीसी ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की है. 

महंगाई अभी भी चिंता का विषय

शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है. उन्होंने एक बार फिर यह बात दोहराई कि अर्जुन की तरह महंगाई पर नज़र रहेगी. उन्होंने कोर महंगाई दर को नीचे लाने को जरूरी बताया और कहा कि महंगाई के अभी भी तय लक्ष्य के ऊपर रहने के आसार हैं, लेकिन कोशिश है कि पहले महंगाई को 6% से नीचे लाएं, फिर 4% के स्तर पर लाएं.

सिस्टम में कुल मिलाकर लिक्विडिटी सरप्लस है. हालांकि, लिक्विडिटी में सुधार देखने को मिलेगा.लिक्विडिटी को लेकर रिजर्व बैंक कोई दिक्कत नहीं आने देगा.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें