कैसे होता है लोकसभा स्पीकर का चुनाव, विपक्ष ने उतारा उम्मीदवार तो क्या करेगा NDA, जानिए समीकरण
Lok Sabha Speaker Election: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है. 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. इसमें विपक्षी इंडी गठबंधन भी अपना उम्मीदवार मैदान पर उतार सकता है. जानिए कैसे होता है लोकसभा स्पीकर का चुनाव.
Lok Sabha Speaker Election: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों और नई सरकार के गठन के बाद संसद का नया सत्र शुरू हो गया है. पहले दिन प्रोटम स्पीकर भर्तहरि महताब ने पीएम नरेंद्र मोदी और नए निर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई. वहीं, आने वाले दिनों में राष्ट्रपति का अभिभाषण और धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी. हालांकि, इस सत्र में हर किसी की नजरें चर्चा लोकसभा अध्यक्ष पर भी होगी. लोकसभा स्पीकर का चुनाव 26 जून का होना है. वहीं, स्पीकर पद के कैंडिडेट को दोपहर 12 बजे तक नामंकन दाखिल करना है.
Lok Sabha Speaker Election: स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद पर बना हुआ सस्पेंस
लोकसभा स्पीकर के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए अपना उम्मीदवार उतारेगा. हालांकि, इस बात पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है कि सबसे बड़ी पार्टी भाजपा अपना उम्मीदवार उतारेगी या फिर गठबंधन पार्टी को ये पद देगी. स्पीकर के अलावा डिप्टी स्पीकर पद पर भी सस्पेंस हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी डिप्टी स्पीकर का पद अपने सहयोगी दल को दे सकती है. वहीं, विपक्षी इंडी गठबंधन ने भी डिप्टी स्पीकर पद की मांग की है. डिप्टी स्पीकर पद न मिलने पर इंडी गठबंधन स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार खड़ा कर सकता है.
Lok Sabha Speaker Election: संविधान के अनुच्छेद 93 में स्पीकर पद के चुनाव की व्यवस्था
विपक्षी इंडी गठबंधन यदि अपना उम्मीदवार उतारता है तो लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. संविधान के अनुच्छेद 93 में स्पीकर के चुनाव की व्यवस्था है. लोकसभा सांसदों में से स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं. यदि सभी सांसद सर्वसम्मति से किसी को निर्विरोध स्पीकर चुनते हैं तो चुनाव नहीं होता है. हालांकि, चुनाव की स्थिति में एक दिन पहले उम्मीदवार को समर्थन का नोटिस देना होता. इसके बाद चुनाव जीतने के लिए साधारण बहुमत (आधे से एक अधिक) की जरूरत होती है.
Lok Sabha Speaker Election: निर्विरोध चुने गए थे ओम बिड़ला, नहीं था कोई डिप्टी स्पीकर
साल 2019 में ओम बिड़ला निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे. वहीं, इस बार विपक्षी दल अपना उम्मीदवार मैदान पर उतारते हैं तो भारतीय जनता पार्टी के पास शक्ति प्रदर्शन का मौका होगा. भारतीय जनता पार्टी के 240 सांसद हैं. ऐसे में भाजपा को अपने गठबंधन साथियों को भी एकजुट करना होगा. डिप्टी स्पीकर की बात करें तो साल 2014 में भाजपा ने अपनी सहयोगी पार्टी AIADMK के नेता एम. थम्बी दुरई को उपसभापति बनाया था. वहीं, साल 2019 से 2024 तक डिप्टी स्पीकर का चुनाव नहीं हुआ था.