2007 से लगातार घट रहा था कांग्रेस का वोट शेयर, जानिए गांधी परिवार के हाथ से कैसे फिसला अमेठी
Rahul Gandhi, Amethi Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 का सबसे बड़ा सस्पेंस खत्म हो गया है. राहुल गांधी 20 साल बाद अमेठी सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे. राहुल गांधी को रायबरेली और के.एल.शर्मा को अमेठी से चुनाव लड़ेंगे. जानिए कैसे गांधी परिवार के हाथ से फिसला ये गढ़.
Rahul Gandhi, Amethi Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के सबसे बड़े सस्पेंस से पर्दा उठ गया है. कांग्रेस द्वारा जारी नई सूची में राहुल गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे. वहीं, यूपी में गांधी परिवार का दूसरा गढ़ माने जाने वाली अमेठी सीट से के.एल.शर्मा को टिकट दिया गया है. इसी के साथ 20 साल बाद राहुल गांधी अमेठी से चुनाव नहीं लड़ेंगे. अमेठी में गांधी परिवार की पकड़ साल दर साल कमजोर होती गई. साल 2019 में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने इस सीट से 55 हजार वोटों से हरा दिया था.
Rahul Gandhi, Amethi Lok Sabha Elections 2024: अमेठी लोकसभा में आती है पांच विधानसभा सीटें, 17 साल से घट रहा है कांग्रेस का वोट शेयर
अमेठी लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें-तिलोई, सलोन, जगदीशपुर, गौरीगंज, अमेठी आती हैं. साल 2007 के बाद से हुए हर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का इन पांच विधानसभा सीटों में वोट प्रतिशत घटा है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2007 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 34.2 फीसदी था, जो 2012 विधानसभा चुनाव में घटकर 29.2 फीसदी हो गया था. इसके बाद 2017 विधानसभा चुनाव में 24.7 फीसदी और 2022 विधानसभा चुनाव में ये महज 14.2 फीसदी रह गया था.
Rahul Gandhi, Amethi Lok Sabha Elections 2024: 2019 में चार विधानसभा में पीछे थे राहुल गांधी
2019 लोकसभा चुनाव के आंकड़ों में नजर डालें तो अमेठी की पांच विधानसभा में से केवल एक में राहुल गांधी आगे रहे थे. तिलोई विधानसभा सीट में राहुल गांधी को 81,128 वोट और स्मृति ईरानी को 96292 वोट, सलोन में राहुल गांधी को 88,285 और स्मृति ईरानी को 90,195 वोट, जगदीशपुर में राहुल गांधी को 84,063 वोट, स्मृति ईरानी को 1,01,977, गौरीगंज में राहुल गांधी को 79,013, स्मृति ईरानी को 98,986 और अमेठी में राहुल गांधी को 80,378 और स्मृति ईरानी को 80,146 वोट मिले थे.
Rahul Gandhi, Amethi Lok Sabha Elections 2024: 1967 में अस्तित्व में आई अमेठी लोकसभा सीट, 1998 में पहली बार खिला कमल
अमेठी लोकसभा सीट साल 1967 में अस्तित्व में आई थी. इमरजेंसी के बाद हुए साल 1977 आम चुनाव में इस सीट पर संजय गांधी ने चुनाव लड़ा और जनता पार्टी के रवींद्र प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से हार गए. इसके बाद साल 1980 में उन्होंने एक बार फिर ताल ठोकी और इस बार जीत दर्ज की. साल 1984 में राजीव गांधी ने अमेठी में अपनी भाभी मेनका गांधी को बड़े अंतर से हराया था. अमेठी में साल 1998 में पहली बार कमल खिला जब डॉ. संजय सिंह ने कांग्रेस के कैप्टन सतीश को हराया.
साल 1999 लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी ने इस सीट पर चुनाव लड़ा और पहली बार सांसद बनी. इसके बाद साल 2004 में राहुल गांधी ने इस सीट से चुनाव लड़ा और साल 2019 तक इस सीट से सांसद रहे.